धीरेन्द्र अस्थाना
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शहर के वार्डो में विकास की रफ्तार थम सी गई है। नाली- सड़क और मेनहोल के मेंटीनेंस से लेकर इमरजेंसी में कराए जाने वाले विकास कार्य तक प्रभावित हो रहे हैं।
विकास कार्यो में सुस्ती से आम जनता के साथ- साथ जनप्रतिनिधियों को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस विषम परिस्थिति की मुख्य वजह है पुनरीक्षित बजट को लेकर कार्यकारिणी की बैठक आयोजित नहीं होना माना जा रहा है। वहीं विपक्ष के पार्षदों ने जल्द से जल्द कार्यकारिणी की बैठक कराए जाने को लेकर मेयर को पत्र तक लिख दिया है।
पार्षदों की मानें तो बजट में अंकित सामान्य निधि के माध्यम से ही वार्डो में विकास कार्य कराए जाते हैं। चूंकि अभी कार्यकारिणी की बैठक नहीं हुई है, ऐसे में सामान्य निधि की राशि को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। सामान्य निधि की राशि नहीं मिलने के कारण विकास कार्य रफ्तार नहीं पकड़ पा रहे हैं।
वार्डो में विकास कार्यो के रफ्तार न पकड़ने की एक प्रमुख वजह वार्ड विकास निधि की चार किश्तें न मिलना भी है। पार्षदों की मानें तो अभी तक दो किश्तें ही जारी हुई हैं। अगर पुनरीक्षित बजट की कार्यकारिणी बैठक हो गई होती तो शेष दो किश्तों को लेकर भी स्थिति साफ हो जाती।
अब स्थिति यह है कि पुनरीक्षित बजट न होने के कारण न तो सामान्य निधि की राशि मिल रही है न ही वार्ड विकास निधि बची है। जिसके चलते सड़क, मेनहोल इत्यादि का मेंटीनेंस कराया जाना भी चुनौती बन गया है।
ख़ास बाते
– 17 अरब के करीब था निगम का मूल बजट
– 02 किश्तें मिली पार्षदों को वार्ड विकास निधि की
– 27-27 लाख की दो किश्तें हुई जारीं
– 02 अन्य किश्तों पर लगनी है मुहर कार्यकारिणी में
ये भी होंगे प्रभावित
पार्षदों की मानें तो पुनरीक्षित बजट की कार्यकारिणी न होने के कारण वार्डो में विकास के साथ-साथ कर्मचारियों के वेतन संबंधी समस्याएं भी सामने आएंगी। इसके साथ ही अनुरक्षण से जुड़े कार्य भी प्रभावित होंगे।
घट-बढ़ सकती राशि
पुनरीक्षित बजट की कार्यकारिणी इसलिए जरूरी है कि इस बैठक में ही मूल बजट में अंकित किसी भी निधि की धनराशि को घटाया और बढ़ाया जा सकता है। जब तक कार्यकारिणी नहीं होती है, तब तक धनराशि की तस्वीर साफ नहीं होगी।
वार्डो में विकास कार्य हो रहे हैं। पुनरीक्षित बजट की कार्यकारिणी बैठक जल्द ही होगी। इस संबंध में नगर आयुक्त को पत्र लिखा जा चुका है। यह भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी विकास कार्य को रोका न जाए।
– संयुक्ता भाटिया, मेयर