जुबली न्यूज़ डेस्क
विश्व प्रसिद्ध हर की पौड़ी पर आकाशीय बिजली गिरने से बढ़ा हादसा हुआ है। ब्रम्हा कुंड के ऊपर बनी 1935 साल पुरानी दीवार(80 फ़ीट) ढ़ह गयी है, जानकारी के अनुसार हर की पौड़ी पर मलबा एकत्रित हो गया है,वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन के चलते लोंगो की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी है।
लोंगो के अनुसार इस घटना की वजह सावन पर कावंड़ियों को गंगाजल स्पर्श न कर पाने पर गंगा माता की नाराजगी भी माना जा रहा है।
लॉकडाउन होने की वजह बड़ा हादसा टला
मलवा गिरने से हर की पौड़ी के सभी घाट अस्त-व्यस्त हो गये है,आकाशीय बिजली गिरने से कई इमारतें ध्वस्त हो गयी है,वहीं हादसे के कारण मलबा हर की पौड़ी पर ही एकत्रित हो गया है, वहीं लॉकडाउन होने की वजह से बड़ा हादसा टल गया है,सोमवती अमावस्या की वजह से हर की पौड़ी पहले से ही सील था।
पहले से था मौसम विभाग का अलर्ट,डीएम ने दी ये जानकारी
हरिद्वार के जिलाधिकारी सी.रविशंकर ने बताया के गंगा के किनारे पूरी तरह से अलर्ट कर दिया गया है और सभी तरह के वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि हर की पौड़ी के घाटों पर संपत्ति का नुकसान हुआ है लेकिन जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
हरिद्वार की एसडीएम कुसुम चौहान के मुताबिक बिजली गिरने से गिरी दीवार के बाद हर की पौड़ी पर मलवा हटाने का काम जारी है।
उत्तराखंड में भी तेज बारिश को लेकर लगातार अलर्ट जारी किया गया है। इसी बीच हरिद्वार की मशहूर हर की पौड़ी पर आकाशीय बिजली गिरने के कारण भारी नुकसान हुआ है,यहां बिजली गिरने से पूरी दीवार गिर गई और पूरे क्षेत्र में मलबा फैल गया।
मौसम विभाग की ओर से पहले ही अलर्ट जारी किया गया था। सोमवार देर रात को हरिद्वार में आकाशीय बिजली गिरी। जिससे हर की पौड़ी पर 80 फीट की दीवार गिर गई। ये हादसा हर की पौड़ी में ब्रह्मकुंड के पास हुआ। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है क्योंकि इस इलाके को सोमवती अमावस्या के 1 दिन पूर्व सील कर दिया गया था और यह घटना भी आधी रात को घटी है। रात का वक्त होने का कारण यहां पर लोग नहीं थे। किसी को नुकसान नहीं पहुंचा। बिजली गिरने के साथ ही तेज बारिश भी आई। इस हादसे के बाद अखाड़ा परिषद के श्रीमहंत नरेंद्र गिरी भी हर की पौड़ी पहुंचे। उन्होंने यहां के हालात का जायजा लिया। अब स्थानीय प्रशासन की मदद से मलबे को हटाया जा रहा है और पूरे इलाके को फिर से ठीक किया जा रहा है।
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