स्पेशल डेस्क
लखनऊ। शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के रिश्ते किसी से छूपा नहीं है। दोनों के बीच दूरियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। इतना ही नहीं कई मौकों पर शिवपाल यादव के अखिलेश यादव की पार्टी सपा में जाने की खबर आती रहती है लेकिन केवल ये सब कयास होते हैं।
हाल में ही शिवपाल यादव ने साफ कर दिया था कि सपा में उनकी पार्टी का विलय होने नहीं जा रहा है, हालांकि सपा के साथ गठबंधन के बारे में सोच सकते हैं।
भले ही चाचा शिवपाल यादव का अपने भतीजे अखिलेश यादव के साथ रिशता पहले जैसा नहीं रहा हो लेकिन शिवपाल अपने भाई मुलायम सिंह यादव को आज भी वैसे ही चाहते हैं जैसे पहले।
इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव में हार के बाद खुद मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल यादव को दोबारा पार्टी में लाने के लिए जोर लगाया था लेकिन बात बनी नहीं। इसके बाद कई मौकों पर शिवपाल यादव अपने भाई के साथ नजर आये थे। इतना ही नहीं शिवपाल यादव मुलायम सिंह यादव को लेकर अपना दर्द मीडिया में बयां किया था।
उन्होंने पिछले महीने कहा था कि बड़े शायराना अंदाज में कहा था कि तुम अगर मुझको ना चाहो तो कोई बात नहीं फिर लिया मुलायम सिंह का नाम लेकर अपना दर्द बया किया था। अभी हाल में ही उन्होंने एक बार फिर कहा कि समाजवादी पार्टी को खड़ा करने में हमने और नेताजी ने पूरी जी जान लगाई।
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चापलूसों और चुगलखोरों ने हमें एक नहीं होने दिया। इससे साफ हो जाता है कि भले ही शिवपाल यादव के रिश्ते सपा से पहले जैसे न रहे हो लेकिन मुलायम को आज भी उसी तरह से चाहते हैं।