जुबिली स्पेशल डेस्क
मुम्बई। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार से एक हफ्ते में दूसरी बार चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुलाकात से राजनीतिक सरगर्मी एकाएक बढ़ा दी है।
जानकारी के मुताबिक शरद पवार से प्रशांत किशोर ने उनके दिल्ली आवास पर मुलाकात होने की एक बार फिर खबर है। दोनों के मुलाकात के क्या है मायने हैं, इसको लेकर कयासों का दौर जारी है।
दोनों की मुलाकात इसलिए अहम मानी जा रही है क्योंकि यह बैठक विपक्षी दलों की शरद पवार के घर पर होने वाली मीटिंग से पहले हुई है। राजनीति से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि विपक्षी दलों के कई बड़े नेता मंगलवार को शरद पवार के घर पर मिलने वाले हैं।
दरअसल विपक्षी दलों का एक राष्ट्रीय मंच बनाया गया है। इसकी स्थापना यशवंत सिन्हा (अब टीएमसी में) और शत्रुघ्न सिन्हा ने की थी। ये मंच देश की मौजूदा आर्थिक और राजनीतिक स्थिति को लेकर चर्चा करता है।
ऐसे में शरद पवार की प्रशांत किशोर से दस दिनों के अंदर दो बार हुई मुलाकात के बाद कई तरह के कयास लगने लगे हैं। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने साफ कर दिया था कि प्रशांत को एनसीपी में कोई भी जिम्मेदारी नहीं दी गई है।
साथ ही, मलिक ने यह भी कहा है कि बीजेपी के खिलाफ देश की विभिन्न विपक्षी पार्टियां एकजुट होने जा रही हैं, एनसीपी बीजेपी के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बनाने की कोशिश कर रही है और निकट भविष्य में ऐसा किया जाएगा। अब देखना होगा क्या सभी राजनीति दल एक साथ आते हैं या नहीं।
दोनों की मुलाकात 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि बीजेपी को रोकने के लिए शरद पवार सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाना चाहते हैं। इसी के तहत उन्होंने प्रशांत किशोर से मुलाकात की है।