न्यूज डेस्क
दिल्ली में वकीलों और पुलिस की झड़प का विवाद बढ़ता जा रहा है। दिल्ली पुलिस के जवान काम पर लौट आए हैं, लेकिन आज वकीलों के हंगामे का दिन है। रोहिणी कोर्ट के बाहर वकील प्रदर्शन कर रहे हैं। कोर्ट में वकील लोगों को अंदर नहीं जाने दे रहे हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार दिनभर पुलिस का हंगामा जारी रहा था और आज वकील हंगामा कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे वकीलों का कहना है कि मीडिया को बरगलाया गया और वकीलों को पीटने का वीडियो नहीं दिखाया गया। वकीलों ने न्याय की मांग की है।
इस बीच कांग्रेस नेता और केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने इस मामले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। बीजेपी के ‘अच्छे दिन’ नारे पर तंज कसते हुए थरूर ने ट्वीट किया, ‘पुलिस स्वंय संरक्षण मांगे, वकील मांगते न्याया. अच्छे दिन प्रारम्भ हो गए, ये है प्रथम अध्याय!’
पुलिस स्वंय संरक्षण मांगे, वकील माँगते न्याय
अच्छे दिन प्रारम्भ हो गए, ये है प्रथम अध्याय ! pic.twitter.com/HGOuobSmVy— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) November 5, 2019
ऐसा पहली बार है जब थरूर ने हिंदी में ट्वीट किया हो। अब तक वो ट्विटर पर अंग्रेजी में ही लिखते आए हैं। बता दें कि कांग्रेस सांसद थरूर अपने ट्वीट में अंग्रेजी के कठिन शब्दों के लिए भी जाने जाते हैं।
इससे पहले दिल्ली-पुलिस और वकीलों की झड़प को लेकर थरूर से पहले कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया दी थी। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस का सड़कों पर प्रदर्शन करना भारत के लिए स्वतंत्रता के 72 वर्षों में एक ‘नई गिरावट’ है। पार्टी ने इस मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। वहीं, कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने गृहमंत्री से इस पूरे मामले पर बयान देने की मांग की थी।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट परिसर में पार्किंग को लेकर 2 नवंबर को मामूली विवाद हुआ, जो धीरे-धीरे पुलिस और वकीलों के बीच बड़े टकराव में बदल गया। इस दौरान एक अफवाह फैली कि पुलिस की गोली से एक वकील की मौत हो गई है, जिसके बाद कोर्ट परिसर में वकीलों ने हंगामा कर दिया। आक्रोशित वकीलों ने कोर्ट परिसर में खड़ी कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया।