जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा लेकिन सरकार ने अभी इस मामले में कोई भी एक्शन नहीं लिया है।
पहलवानों के लगातार धरने के बावजूद बृजभूषण शरण सिंह किसी भी तरह से झुकने को तैयार नहीं है। इतना ही नहीं वो लगातार पहलवानों को ललकार रहे हैं। पहलवानों के मामले में मंगलवार को एक बड़ा एलान कर कुश्ती संघ में हलचल पैदा कर दी।
दरअलस रेसलर्स ने दोपहर में दावा किया कि वह शाम को अपने मेडल हरिद्वार पहुंचकर गंगा नदी में बहाएंगे। उनके इस एलान के बाद किसान नेता नरेश टिकैत काफी एक्टिव हो गए है और पहलवानों के इस काम को अंजाम देने से पहले किसान नेता नरेश टिकैत ने वहां पहुंचकर पहलवानों को रोक लिया।
उधर बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। अब दिल्ली पुलिस ने बताया है कि इस मामले में अब तक बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है। दरअसल दिल्ली पुलिस नेकहा है कि बृजभूषण के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं जिनके आधार पर गिरफ्तारी हो सके।
पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा था कि वह मेडल को गंगा में बहाने जा रहे हैं, क्योंकि जितना पवित्र गंगा को माना जाता है, उतनी ही पवित्रता से मेहनत कर उन्होंने मेडल हासिल किए थे। उन्होंने ऐलान किया था कि गंगा में मेडल बहाने के बाद रेसलर्स दिल्ली में स्थित इंडिया गेट पर आमरण अनशन भी करेंगे।
दूसरी तरफ पहलवानों के गंगा में मेडल प्रवाहित करने का श्री गंगा सभा ने विरोध किया था. सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा कि गंगा का क्षेत्र है, राजनीति का अखाड़ा न बनाएं।, मेडल खेल की अस्थियां नहीं हैं। खेल अजर-अमर है, पूजा करें, स्वागत है। भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें. नितिन गौतम ने कहा कि हम मेडल प्रावहित करने से रोकेंगे. गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि मेडल को हर की पौड़ी पर प्रवाहित नहीं करने देंगे. ये धार्मिक जगह है, इसका विरोध के लिए इस्तेमाल नहीं होने दे सकते।