न्यूज़ डेस्क
दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट के बाहर हुई पुलिस और वकीलों के बीच झड़प थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पुलिस के जवानों ने काली पट्टी बांधकर पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर प्रदर्शन कर रहे। इस दौरान जवान दिल्ली पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक से मिलनी की जिद्द पर अड़े रहे। इसी के चलते अमूल्य पटनायक करीब 12.30 बजे सामने आये। इस दौरान उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा।
प्रदर्शन कर रहे जवानों ने पुलिस कमिश्नर के सामने नारे लगाये और कहा कि ‘हमारा CP कैसा हो, किरण बेदी जैसा हो’।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस के जवान लगातार प्रदर्शन कर रहे है और इस मामलें में सीनियर अफसरों को इस मामले में दखल देने की बात कर रहे है। इसके साथ ही वकीलों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की बात पर अड़े हुए है।
#Delhi Police protesting Police personnels are not ready to go back to work even after @CPDelhi speaks to them. They demand his resignation. Infact now their new slogan is – हमारा सीपी कैसा हो…किरन बेदी जैसा हो। @thekiranbedi. https://t.co/m0QatH05vN pic.twitter.com/y3IEgY9hJq
— Kirandeep (@raydeep) November 5, 2019
इस बीच जब पुलिस के अधिकारी पुलिस के जवानों से बात करने पहुंचे तो जवान कमिश्नर के बाहर आने की मांग करने लगे। मामला बढ़ता देख जब अमूल्य पटनायक बाहर आए और उन्होंने जवानों से शांति बनाए रखने की अपील की।
साथ ही ड्यूटी पर वापस लौटने की बात कही तो जवान और नाराज हो गये और नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान जवानों ने नारे लगाए ‘हमारा कमिश्नर कैसा हो, किरण बेदी जैसा हो’।
क्यों कि किरण बेदी जैसे कमिश्नर की मांग
बता दें कि किरण बेदी पहली महिला आइपीएस थी। उन्होंने 35 साल पुलिस में काम किया। उनकी छवि हमेशा एक सख्त पुलिस अफसर के तौर पर रही है। यही वजह है कि दिल्ली पुलिस के जवानों ने प्रदर्शन में किरण बेदी के समर्थन में नारेबाजी की।
किरण बेदी 1982 में जब दिल्ली पुलिस में थीं, उस समय सब इंस्पेक्टर निर्मल सिंह ने इंदिरा गांधी के कार्यालय की गाड़ी को गलत पार्क के चलते उठवा लिया था। तब किरण बेदी ने अपने जूनियर अफसर का बचाव कर PMO से भी भिड़ गई थीं।