जुबिली स्पेशल डेस्क
दिल्ली एनसीआर की हवा एक बार दम घुटने वाली होती जा रही है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में हवा की सेहत बिगड़ सकती है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अगले एक सप्ताह दिल्ली-एनसीआर के एयर क्वालिटी इंडेक्स ने एक रिपोर्ट पेश की है और बताया है कि कितना हवाओं में प्रदूषण का स्तर खराब हो गया है।
अब ताजा अपडेट जो आया है उससे एक बात तो साफ हो गई है है कि दिल्ली की हवा में लगातार जहर घुलता जा रहा है, जिसकी वजह से यहां पर रहने वाले लोगों आने वाले दिनों में और परेशानी उठानी पड़ सकती है।
इतना ही नहीं ऐसे हालातों में सांस लेना भी मुश्किल होने जा रहा है क्योंकि ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 400 के ऊपर है जो कि बेहद खराब माना जाता है। इस स्थिति की वजह से लोगों घर से कम से कम बाहर निकलेने की सलाह दी जा रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को अपने X हैंडल से एक पोस्ट में कहा, ”बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए दिल्ली के सभी सरकारी और निजी प्राथमिक विद्यालय अगले 2 दिनों तक बंद रहेंगे। ”
क्या है एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स)
- 0-50 अच्छा
- 51-100 औसत
- 101-200 असामान्य
- 201-300 खराब
- 301-400 ज्यादा खराब
- 400 से ज्यादा बेहद खतरनाक
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गणना : वायु गुणवत्ता सूचकांक कण पदार्थ (पीएम<सब>2.5और पीएम<सब>10), ओजोन (ओ<सब>3), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO) 2 ), सल्फर डाइऑक्साइड (SO 2 ) और कार्बन मोनोऑक्साइड (सीओ) उत्सर्जन के माप पर आधारित है।
इससे पहले जब 2021 में स्थिति ख़राब हुई थी तब दिल्ली-एनसीआर में अब 50 फीसदी स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कहा गया था । ये 21 नवंबर तक लागू रहा था । सरकारी बल्कि प्राइवेट को भी यह आदेश मानने को कहा गया था कहा गया था।
मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियां और खेतों में आग लगाने (पराली आदि जलाने) को दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का कारण माना जा रहा है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि लोगों को सांस लेने में समस्या बढ़ सकती है। वहीं, वैज्ञानिकों ने अगले दो हफ्तों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी होने की चेतावनी दी है।