न्यूज़ डेस्क
राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में हुई हिंसा के बाद अब माहौल थोडा शांत हो गया है। भड़की हिंसा पर काबू पाने के लिए पुलिस ने देर रात तक फ्लैग मार्च किया। किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए पुलिस चप्पे चप्पे पर नजर रखे हुए हैं। इससे पहले बीते दिन पीएम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी।
बताया जा रहा है कि दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक करीब 28 लोगों की मौत हो चुकी है। अस्पताल में भर्ती सात और घायलों की मौत हो गयी है। जबकि हिंसा में 56 पुलिसकर्मियों सहित करीब 200 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इसमें एक आईबी के एक कर्मचारी का शव मिला है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने बुधवार को हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। हालांकि पुलिस ने अब तक करीब 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 18 एफआईआर दर्ज की गई है।
जज का तबादला
फिलहाल गुरूवार को भी दिल्ली हाईकोर्ट में फिर इस मामले पर सुनवाई होनी है। नेताओं द्वारा भड़काऊ बयानों को लेकर एफआईआर दर्ज करने से जुड़ी याचिका पर पुलिस अधिकारी को हाईकोर्ट में जवाब देना है। वहीं, दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि दिल्ली हिंसा की सुनवाई करने वाले जज का तबादला हो गया है। अब इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस डीएन पटेल की बेंच करेगी।
कोर्ट ने पुलिस से मांगा जवाब
गौरतलब है कि बुधवार को सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट ने हिंसा पर काबू पाने में नाकाम रही पुलिस को कोर्ट ने जमकर फटकार लगाई थी। साथ ही कोर्ट ने पुलिस को नोटिस जारी कर गुरुवार को सवा दो बजे कोर्ट में जवाब दाखिल करने को कहा। कोर्ट ने पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को भी भड़काऊ भाषण के वीडियो देखने के बाद कोर्ट में जवाब देने का निर्देश दिया।
कांस्टेबल रतन लाल को एक करोड़
दिल्ली हिंसा में शहीद हुए रतन लाल के परिवार को 1 करोड़, एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान सीएम अरविंद केजरीवाल ने किया। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोग हिंसा नहीं चाहते हैं। यह कुछ असामाजिक, राजनीतिक और बाहरी तत्वों द्वारा किया गया है। दिल्ली में हिंदू और मुसलमान कभी नहीं लड़ना चाहते हैं।