जुबिली न्यूज डेस्क
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हज़ारे ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के अब तक के रुझानों में आम आदमी पार्टी के पिछड़ने पर पार्टी की नीतियों को ज़िम्मेदार ठहराया है. उन्होंने ये भी कहा है कि इस हार के पीछे दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाला भी एक कारण है.
अन्ना हज़ारे ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा, “मैं पहले से कहता हूं कि चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार का आचार शुद्ध होना, विचार शुद्ध होना, जीवन निष्कलंक होना और अपमान पीने की शक्ति होना. ये गुण अगर उम्मीदवार में है तो मतदाताओं को विश्वास आता है कि ये हमारे लिए कुछ करने वाला है.”
“मैं बार-बार बताता गया, लेकिन उनके दिमाग में नहीं आया और आख़िर में शराब की बात आ गई. शराब की बात क्यों आ गई क्योंकि पैसे में बह गए. शराब के कारण वो बदनाम हो गए. लोगों को भी मौका मिला कि वो ये कह सकें कि ये चरित्र के बारे में बोलता है और दूसरी तरफ़ शराब की बात करता है.”अन्ना हज़ारे ने कहा कि इसके कारण वो (आम आदमी पार्टी) आज चुनाव में हार गए.अन्ना हज़ारे से पूछा गया कि क्या शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन पर असर पड़ा है.
इसपर उन्होंने कहा, “राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप होते रहते हैं. लेकिन जब आरोप लगते हैं तो ये आरोप कैसे गलत हैं वो जनता को दिखाना ज़रूरी है. ये साबित करना पड़ता है. जब साबित होगा तो कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है.”