गिरीश तिवारी
दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही राजनीतिक दलों की सक्रियता भी बढ़ गई है। आम आदमी पार्टी (आप) अपने पांच साल के कार्यों को लेकर चुनाव मैदान में उतर रही है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), सीएम केजरीवाल को उनके द्वारा किए गए वादों पर घेरने के लिए तैयार है।
वहींं कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के 15 साल के कार्यकाल को अपना हथियार बनाकर जनता के बीच जा रही है और वोट मांग रही है। वहीं नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चल रहे प्रदर्शन उसके चुनावी बोनस का काम कर रहा है।
लेकिन इन सबके बीच बीजेपी नेताओं की धड़कने बढ़ी हुई है। पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही बीजेपी अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी को घेरने के लिए कोई खास फॉर्मूला नहीं खोज पाई है। हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में खराब प्रदर्शन के बाद बीजेपी आलाकमान के लिए दिल्ली की राह आसान नहीं लग रही है।
शायद इसी लिए नए नवेले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली की कमान अपने हाथ में लेने के बजाए गृहमंत्री और पूर्व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को दे रखी है। चुनावी राजनीति के शह-मात के खेल को बखूबी समझने वाले अमित शाह ने केजरीवाल के किले को भेदने के लिए दिल्ली में खास प्लान बनाया है।
अमित शाह सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक अपनी टीम को लेकर मैदान में उतर गए हैं और केजरीवाल एंड पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बन रहे हैं। उनके इस अभियान में उनका साथ दे रहे हैं ‘साइबर योद्धा’। बीजेपी या उसके नेता जब-जब मुसीबत में होते हैं या विपक्ष को किसी मुद्दे पर घेरना होता है, तब-तब बीजेपी आईटी सेल के ये युद्दा कमान संभालते हैं और सोशल मीडिया के जरिए विपक्ष पर हावी हो जाते हैं।
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में ‘जीत की गूंज’ सम्मेलन अमित शाह ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी ने ऐसे चुनाव जीते हैं जिसे ‘बेहद मुश्किल समझा जाता था।’ शाह ने कहा कि ऐसे कई चुनाव आए जिनमें लगता था कि इस बार मामला फंसा हुआ है, लेकिन जब-जब हमारे साइबर योद्धाओं ने लड़ाई की कमान संभाली विजयी हर बार नरेंद्र मोदी और भाजपा की हुई।
अमित शाह ने अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के झूठ का पर्दाफाश करने लिए आपको बुलाया गया है। अमित शाह ने कहा कि प्रचंड बहुमत से दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनेगी। हर राज्य का कठिन से कठिन चुनाव बीजेपी ने पार किया है। आज बीजेपी ने साइबर योद्धाओं को बुलाया है। जब आप भाजपा का समर्थन करते हैं तो देश की सीमाओं की सुरक्षित करने के मोदी के वादे का समर्थन करते हो। देश के 60 करोड़ लोगों को सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के मोदी के विजन का समर्थन करते हो।
अमित शाह ने इस दौरान कहा कि दिल्ली की जनता केजरीवाल के साथ नहीं बल्कि हमारे साथ है। केजरीवाल को जिताने के लिए जेएनयू वाले, कुछ मीडिया और कुछ एनजीओ वाले लगे हैं। 2019 के चुनाव में 137050 बूथ थे। इसमें से 12068 बूथ में कमल खिला। आजकल मैं कुछ भी बोलता हूं, केजरीवाल तुरंत ट्वीट कर देते हैं। वो दिल्ली की जनता से ज्यादा मेरा नाम लेते हैं।
अमित शाह के बयानों से साफ जाहिर है कि उनके लिए नाक की लड़ाई बन चुकी दिल्ली में वो किसी भी कीमत पर जीत हासिल करना चाहते हैं और इसके लिए वे जमीन के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी आम आदमी पार्टी और सीएम केजरीवाल को घेरना चाहते हैं।