जुबिली स्पेशल डेस्क
देश की राजधानी दिल्ली में दीपावली के दिन जमकर पटाखे जलाने की खबर है। खास बात यह है कि सरकार ने पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगाया था लेकिन दिवाली पर लोगों ने जमकर आतिशबाजी की।
इसका नतीजा यह रहा कि पूरी दिल्ली धुएं की चपेट में आ गई। दिल्ली में प्रदूषण एक बार फिर बढ़ सकता है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) जो शाम चार बजे 382 था, वह रात आठ बजे तक बढक़र ‘गंभीर’ श्रेणी में जा पहुंचा।
इसके पीछे कहा जा रहा है कि कम तापमान और हवा की गति मंद रहने के कारण प्रदूषक तत्वों का बिखराव नहीं हो सका। लोगों ने जमकर पटाखे जलाया है।
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इसके चलते रात नौ बजे के बाद दिल्ली के पड़ोसी शहरों फरीदाबाद में एक्यूआई 424, गाजियाबाद में 442, गुरुग्राम में 423 और नोएडा में 431 दर्ज किया गया। ये सब ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
उधर जानकारी मिल रही है कि इसके बाद से दिल्ली और आसपास के इलाकों में लोगों ने गले में खराश और आंखों से पानी आने की शिकायतें कीं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक
- राजधानी का पिछले 24 घंटे का औसत एक्यूआई बृहस्पतिवार को 382 पर पहुंच गया, जो बुधवार को 314 था
- मंगलवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 303 और सोमवार को 281 था
- शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’
- 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’
- 201 और 300 के बीच ‘खराब’
- 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’
- 401 और 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है
इन इलाकों में जमकर पटाखे जलाए गए
बता दें कि एक जनवरी 2022 तक पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध है लेकिन उसके बाद लोगों ने इसको नहीं माना और दक्षिण दिल्ली के लाजपत नगर, उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी, पश्चिमी दिल्ली के पश्चिम विहार और पूर्वी दिल्ली के शाहदरा में शाम सात बजे से पटाखे जलाये जाने की खबर है।
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दूसरी ओर दिल्ली से सटेगुरुग्राम और फरीदाबाद में जमकर पटाखे जलाये गए। हरियाणा सरकार ने भी दिल्ली से सटे क्षेत्रों समेत 14 जिलों में पटाखे की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा हुआ लेकिन फिलहाल इसका कोई असर देखने को नहीं मिला और जकर पटाखे की बिक्री की गई है।