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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अगले साल फरवरी में ‘डिफेन्स एक्सपो’ का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए शासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। ऐसे में प्रदूषण स्तर की मार झेल रही राजधानी के लिए बुरी खबर है। बताया जा रहा है कि डिफेन्स एक्सपो के आयोजन के लिए प्रदेश सरकार गोमती नदी के किनारे लगे करीब 64,000 पेड़ हटाने की तैयारी में है। इसके लिए प्रस्ताव भी भेज दिया गया है।
बताया जा रहा है कि डिफेंस एक्सपो के दौरान सैन्य उपकरणों के प्रदर्शन और अन्य सुविधाओं के लिए पेड़ हटाने की तैयारी की जा रही है। इसमें हनुमान सेतु से लेकर निशातगंज तक गोमती किनारे लगे पेड़ हटाने का प्रस्ताव भेजा गया है। हालांकि, इसके ख़त्म होने के बाद गोमती किनारों पर नए पेड़ लगेंगे। पर एक बार पेड़ कटने के बाद कितने पेड़ लगेंगे ये तो जानते ही होंगे आप।
हालांकि, दोबारा पेड़ लगाने के लिए एलडीए ने नगर निगम से 59 लाख रुपए मांगे हैं। एलडीए का कहना है कि गोमती के किनारे इन पेड़ों को लगाने के लिए 59,06,827 रुपए खर्च किए गए थे।
पहली बार लखनऊ में होगा आयोजन
गौरतलब है कि राजधानी लखनऊ के लिए यह पहला मौका होगा जब वो ‘द डेफएक्सपो’ की मेजबानी करेगा। इसमें बड़ी संख्या में अग्रणी देशों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इस एक्सपो में कई बड़ी विदेशी और स्वदेशी कंपनियां अपने अत्याधुनिक हथियारों का प्रदर्शन करेंगी। इनकी नजर विश्व के सबसे बड़े हथियार आयातक देश के लाभदायक सैन्य बाजार पर रहेगी।
यह रहेगी थीम
इसका आयोजन अगले साल पांच से आठ फरवरी के बीच किया जाएगा। इस 11वें डिफेंस एक्सपो इंडिया-2020 की थीम ‘भारत उभरता हुआ रक्षा विनिर्माण केंद्र’ रखा गया है। इस मेले में दुनियाभर के अत्याधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।