जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन अब पूरी तरह से पटरी पर आता हुआ नजर आ रहा है। कांग्रेस ने यूपी में समाजवादी के साथ गठबंधन कर लिया है।
इतना ही नहीं मध्य प्रदेश में सपा को एक सीट देने का फैसला किया तो दूसरी तरफ केजरीवाल के साथ कांग्रेस की बातचीत अब अंतिम चरण में है।
माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच भी हरियाणा, दिल्ली और गुजरात में गठबंधन को लेकर बातचीत फाइनल दौर में है और उसका ऐलान अगले कुछ घंटे में किया जा सकता है तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र में अब पूरी तरह से तस्वीर साफ होती हुई नजर आ रही है क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शरद पवार से फोन पर बातचीत की है। ऐसे में वहां पर सबकुछ ठीक होता हुआ नजर आ रहा है तो दूसरी तरफ एक और बड़ी जानकारी सामने आ रही है।
बताया जा रहा है कि टीएमसी और कांग्रेस के बीच पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी तय हो गया है और दोनोंके बीच फिर गठबंधन का रास्ता खुल गया है। कांग्रेस से जुडे सूत्रों की माने तो जल्दी दोनों पार्टी के बीच तालमेल देखने को मिलेगा। बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी कांग्रेस को 5 सीटें देने के लिए तैयार हैं, इससे पहले दो सीट का ऑफर किया था लेकिन अब ममता फिर से पांच सीट का ऑफर कर रही है।
माना जा रहा है कि इसका ऐलान अगले कुछ दिन में किया जा सकता है। जरूरी बात ये है कि दोनों तरफ टॉप लीडर इस मामले पर बात कर रहे जबकि एक जानकारी ये भी है कि बंगाल में सीट शेयरिंग फार्मूले पर कांग्रेस आलाकमान सीधे ममता बनर्जी से संपर्क किया गया है। ऐसे में सबकुछ सही रहा तो बंगाल में इंडिया गठबंधन को लेकर अच्छी खबरें आ सकती है।
इससे पहले आज राहुल गांधी ने भी शरद पवार से बातचीत कर महाराष्टï्र में सीट शेयरिंग को लेकर खाका तैयार किया है।
पता चला है कि वहां भी सारे मामले को सुलक्षा लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र की 48 सीट में से 39 सीटों पर सहमति बनी है जबकि नौ सीटों को लेकर अभी तक फाइनल बातचीत नहीं हुई लेकिन कहा जा रहा है कि जिस सीट पर जो पार्टी मजबूत है वहां? वो पार्टी चुनाव लड़े, ऐसी सहमति बनी है।
इस तरह से देखा जाये तो बिहार, यूपी,दिल्ली, हरियाणा, गुजरात,मध्य प्रदेश के साथ-साथ अब महाराष्ट्रमें सीट शेयरिंग को इंडिया गठबंधन ने मजबूती से कदम बढ़ाया है और सभी जगह बातचीत सफल रही है।
महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (MVA) की सहयोगी पार्टी शिव सेना (UBT), कांग्रेस और NCP (शरद पवार गुट) के बीच सीट शेयरिंग के फार्मूले पर कई बार बातचीत हुई। माना जा रहा है तीनों दलों में बातचीत अच्छी रही।