जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार की राजधानी पटना से सटे फुलवारी शरीफ़ के पास हिंदुनी गांव में 8 और 10 साल की महादलित बच्चियों के साथ हुई बर्बर घटना सामने आई है.हिंदुनी गांव में बच्चियों के घर से तक़रीबन 600 मीटर उत्तर एक 8 साल की बच्ची का शव मिला है. शव के पास ही ख़ून से लथपथ उनकी 10 साल की सहेली बैठी हुई मिली है.
ये दोनों ही बच्चियां हिंदुनी गांव में ही रहती हैं और वे एक दूसरे की पड़ोसी और सहेलियां रही हैं.बताया गया है कि ये दोनों बच्चियां सोमवार की सुबह रोज़ की तरह अपने घर से जलावन लेने निकली थी. लेकिन जब ये देर रात तक नहीं लौटी, तो घर वालों ने इनकी खोजबीन शुरू की.
मृत बच्ची की रिश्तेदार संगीता कुमारी ने बताया, “मृत बच्ची सुबह 9 बजे गोइठा लेने आलमपुर गई थी. रोज बच्ची जाती थी और थोड़ी देर में वापस आ जाती थी. लेकिन जब देर तक नहीं आई, तो घर वालों ने खोजबीन शुरू की.”
उन्होंने बताया, “रात में फिर घरवाले थाने गए, लेकिन थाने वालों ने कहा कि तुम लोग ढूंढ़ो, हम भी ढूंढ़ते हैं. लेकिन सुबह में बच्ची की लाश मिल गई. दूसरी उसके साथ वाली बच्ची जो ज़िंदा है, वो लाश के पास बैठी थरथर कांप रही थी. उसका माथा फूटा हुआ था और शरीर से पूरा ख़ून निकल रहा था.”
असल में, मंगलवार की सुबह तक़रीबन 11 बजे स्थानीय निवासी गांव के उत्तरी हिस्से में खाली पड़े एक प्लॉट को देखने आए तो उन्होंने इन दोनों बच्चियों को देखा.
फुलवारी शरीफ़ के एएसपी विक्रम सिहाग ने बताया, “इस मामले में परिजनों ने अज्ञात लोगों पर एफ़आईआर दर्ज कराई है. घायल बच्ची का इलाज पटना एम्स में चल रहा है. उसकी हालत अभी स्थिर है. हालांकि डॉक्टर ने अभी उसके ट्रॉमा को देखते हुए उससे बात करने की अनुमति नहीं दी है. लेकिन वो थोड़ा बहुत बात कर रही है.”
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एएसपी विक्रम सिहाग ने बताया, “उनसे बात करके हमे कोई पुख़्ता क्लू मिलेगा. मृत बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टमके लिए भेज दिया गया है. प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि गांव के ही किसी आदमी ने ‘दुष्कर्म’ करने की कोशिश की होगी और बच्चियों के चिल्लाने या विरोध करने पर उसने डर कर उन्हें मारने की कोशिश की होगी. घटनास्थल की जांच एफएसएल टीम और डॉग स्क्वैड ने भी की है.”