जुबिली न्यूज डेस्क
बीते दिनों इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक दिल्ली में हुई थी। इस बैठक में कई दलों ने मांग की कि जल्द से जल्द लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग पर बात शुरू हो जाए। अब कांग्रेस सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि पार्टी जनवरी के पहले हफ्ते से ही सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे पर बात शुरू कर देगी। सीट शेयरिंग गठबंधन के बीच बड़ा मुद्दा भी बनता जा रहा है।
कांग्रेस का क्या है प्लान?
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस की रणनीति है कि जिस राज्य में जो दल मजबूत है, उसे अधिक सीटें दी जाए। जैसे उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी मजबूत है तो समाजवादी पार्टी अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि कांग्रेस सम्मानजनक सीटों की मांग करेगी। तो वहीं छत्तीसगढ़, राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी मुख्य भूमिका में होगी।
दिल्ली और पंजाब में आदमी के साथ कांग्रेस पार्टी का पेंच फंस सकता है। दरअसल दोनों ही राज्यों में आम आदमी पार्टी की सरकार है। दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता एक दूसरे के खिलाफ हमले करते रहते हैं और सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं।
जब दिल्ली में इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक हुई थी, उस दौरान टीएमसी की अध्यक्ष और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने का प्रस्ताव रखा था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया था। हालांकि मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि इसका फैसला हम चुनाव के बाद कर लेंगे। पहले हमें सीटें जितनी होगी।
ममता बनर्जी का बड़ा बयान
ममता बनर्जी ने गुरुवार को उत्तर 24 परगना में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन देशभर में BJP से मुकाबला करेगा। उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल में इस लड़ाई का नेतृत्व उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस करेगी। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा है कि बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी अभी गठबंधन पर विचार नहीं कर रही है।