पॉलीटिकल डेस्क
वैसे तो आंध्र प्रदेश में बहुत सारे नेता है जो लोकसभा और विधानसभा चुनाव में ताल ठोक रहे हैं, लेकिन सबकी निगाह तीन बार सीएम रहे चंद्र बाबू नायडू और वाईएसआर रेड्डी के बेटे जगन रेड्डी पर बनी हुई है।
वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी पुलिवेंदुला विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं तो पास के ही जिले चित्तूर की कुप्पम सीट से टीडीपी मुखिया व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू लगातार सातवीं बार मैदान में हैं।
कुप्पम नायडू का गढ़ है। यहां से नायडू अपनी जीत को लेकर इतने आश्वस्त रहते हैं कि चुनाव प्रचार तो दूर नामांकन करने भी नहीं आते। सारी औपचारिकताएं स्थानीय लोग ही पूरी करते हैं। बस वह इतना करते हैं कि विजयवाड़ा में एक मजिस्ट्रेट के सामने पेश होकर शपथ पत्र दे देते हैं।
इस बार यहां का माहौल थोड़ा बदला हुआ है। नायडूू के मुख्य प्रतिद्वंदी जगन की लोकप्रियता नायडू के गढ़ में दखल दे रही है। कुप्पम में जगन ने पार्टी का बड़ा आफिस खोला है। कुछ दिन पहले जगन ने यहां एक रोड शो किया जिसमें उमड़े जनसैलाब ने चंद्रबाबू नायडू को सोचने पर विवश कर दिया।
शायद इसीलिए पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामाराव की बेटी और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की पत्नी नारा भुवनेश्वरी को पहली बार प्रचार के लिए मैदान में उतरना पड़ा।
ये भी सच है कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कुप्पम के विकास के लिए कभी पैसों की परवाह नहीं की। यहां स्कूल, कॉलेज, अस्पताल तो छोटी बात है यहां हवाई अड्डा भी बना हुआ है। लेकिन कहते हैं न राजनीति संभावनाओं का खेल है। यहां हर पल परिस्थितियां बदलती है।
जिस कुप्पम में नामांकन के लिए नायडू व उनके परिवार का कोई नहीं आता, वहां उनकी पत्नी को प्रचार के लिए आना पड़ा, इससे साफ है कि कुप्पम में हवा का रूख बदल गया है। शायद इसे नायडू भांप गए है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कुप्पम को लोग नायडू की वजह से जानते हैं लेकिन जगन रेड्डी की लोकप्रियता से लग रहा है कि अबकी चंद्र बाबू नायडृू को बड़ी चुनौती मिल रही है। वह मुख्यमंत्री बनेंगे इस पर भी संदेह है।
जगन को मिल रहा जनसमर्थन
आंध्र प्रदेश के छह साल सीएम रहे वाईएस राजशेखर रेड्डी के बेटे जगन मोहन रेड्डी युवा है। अपने भाषणों से लोगों को प्रभावित कर रहे हैं। वह नायडू को चुनौती पेश कर रहे हैं। रैलियों और चुनावी सभाओं में जुटने वाली भीड़ इसकी गवाही दे रहे हैं।
जगन के पास उनके पिता की विरासत है। वाईएस राजशेखर रेड्डी की लोकप्रियता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जब 2010 में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई थी तो आंध्र में 71 लोगों ने खुद को आग लगा ली थी।
जगन का कमजोर पक्ष आय से अधिक सम्पत्ति मामले में दर्ज मामला हैं। विरोधी दल भी इसका जिक्र अपने भाषणों में करते रहते हैं और जगन अपने चुनावी भाषणों इसे झूठा बताते हैं।
वह कहते हैं कि कांग्रेस ने बदला लेने के लिए मुझे फंसाया। जगन के खिलाफ सीबीआई व ईडी ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में 11 केस दर्ज किया था। बाद में 9 में वह बरी हो गए। बाद में 9 में वह बरी हो गए।