जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। इस साल अप्रैल- जून में आम घरों में रोजमर्रा के उपभोक्ता उत्पादों (FMCG) का उपभोग पिछले दो साल के उच्च स्तर पर रहा। एक रिपोर्ट के मुताबिक इसमें शीर्ष पर निजी देखभाल से जुड़े उत्पाद रहे।
परामर्श कंपनी कैंटर के अनुसार लॉकडाउन के दौरान अप्रैल- जून तिमाही में एफएमसीजी उद्योग ने मूल्य के आधार पर 8.5% जबकि परिमाण के आधार 4.3% की वृद्धि दर्ज की।
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इसमें भी निजी देखभाल से जुड़े उत्पादों की वृद्धि दर 11.1% रही, जबकि आवास, साफ- सफाई के उत्पादों की वृद्धि दर 4.6% थी।रिपोर्ट में कहा गया है कि मात्रा के हिसाब से भी एफएमसीजी उद्योग की वृद्धि दर बीती तिमाही में पिछले कुछ सालों में सबसे अच्छी रही। 2019 के प्रदर्शन के मुकाबले इसमें 4.3% की वृद्धि देखी गयी।
खाद्य और पेय श्रेणी के उत्पादों में यह वृद्धि दर सामान्य यानी 3.7% रही। इसमें भी खाद्य उत्पादों में जहां 5.7% की वृद्धि हुई, वहीं पेय उत्पाद श्रेणी में 19% की गिरावट देखी गयी।
कैंटर के प्रबंध निदेशक (दक्षिण एशिया) के. रामकृष्णन ने कहा कि लॉकडाउन के बावजूद पिछले कुछ सालों के मुकाबले बीती तिमाही एफएमसीजी उद्योग के लिए सबसे अच्छी रही। यह मात्रा और मूल्य दोनों के हिसाब से समान ही रही। इनमें शहरी और ग्रामीण दोनों बाजारों के आंकड़े शामिल हैं।
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