ओम प्रकाश सिंह
अयोध्या। पहले अयोध्या नगरनिगम महिला सामान्य सीट घोषित थी। बदली परिस्थितियों में अब सामान्य सीट घोषित हो गई है। रामनगरी के प्रथम नागरिक का ताज पहनने के लिए भाजपा में दावेदारों की दहकच्चर मची है।
भाजपा महानगर अध्यक्ष के साथ कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष भी भाजपा टिकट के तलबगार हैं। पूर्व में टिकट के लिए सक्रिय महिलाएं भी कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं दिख रही हैं।
सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बाद आरक्षण की बदली परिस्थिति में अयोध्या नगर निगम सीट सामान्य तो बनी है बस महिला के लिए आरक्षित नहीं रही। पुरुषों के साथ महिलाएं भी चुनाव लड़ सकती हैं। महापौर के टिकट के लिए एक दर्जन से ज्यादा आवेदन चुनाव प्रभारी के पास जमा हैं।
हर दावेदार की अपनी गुणागणित है और संघम शरणम् गच्छामि का दावा भी। प्रदेश में योगी सरकार की धमक व प्रथम चुनाव की मतगणना की कहानी दावेदारों को सुहाने सपने दिखा रही है।सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या से उलझने वाले हनुमान गढ़ी अयोध्या के पुजारी राजूदास महिला सीट पर अविवाहित होने के कारण पिक्चर से बाहर हो गए थे।
अयोध्या सीट सामान्य तो हो गई लेकिन महिलाओं के साथ पुरुष भी लड़ सकते हैं सो पुनः धनुआ बाण उठा लिया है। भाजपा दावेदारों में युवा भाजपा नेता विशाल मिश्र ही ऐसे थे जिन्होंने पत्नी के बहाने दावेदारी ठोंकने से इंकार कर दिया था। युवाओं की एक बड़ी फौज उनके साथ है, साथ ही उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के करीबी होने का सहारा भी।
भले ही ये नारा कांग्रेसी रहा हो कि ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ लेकिन इस तर्ज पर अयोध्या नगरनिगम की महापौरी के लिए भाजपा महिला प्रकोष्ठ की चर्चित नेता ममता पांडेय ने कदम पीछे नहीं खींचा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने ममता से मुलाकात की तस्वीर भी ट्वीट किया है।
सामाजिक, विधिक कार्यकर्ता, भाजपा नेत्री एडवोकेट श्वेताराज सिंह भी अपने संपर्कों के बूते टिकट पाने की दौड़ में शामिल हैं। महिलाओं को टिकट ना मिला तो एक संदेश तो जाएगा ही कि महिलाओं का सम्मान केवल आरक्षण के मद्देनजर ही है।
नगरनिगम की महापौरी की दावेदारी में सबसे सधी चाल निवर्तमान महापौर की है। जब महिला सीट थी तब भी चुप और अब भी चुप। आरोप चाहे जो हों लेकिन संघप्रिय कार्यशैली और पांचसाल की आवभगत की दीवार ढहाना अन्य दावेदारों के लिए अंगद का पांव उठाने जैसा है।
कांग्रेस के पूर्व कार्यवाहक जिलाध्यक्ष रहे गिरीश पति त्रिपाठी की बधाई देती होर्डिंग्स शहर में चस्पा हो गई हैं। महिला सीट के मद्देनजर इनकी पत्नी दावेदार थीं। त्रिपाठी तीनकलश मंदिर के मंहत हैं। इन्हें विश्व हिंदू परिषद के साथ कुछ बड़ो का आशीर्वाद प्राप्त है।
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महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि भाजपा महानगर अयोध्या, जिसमें नगरनिगम की सीमा समाहित है, के अध्यक्ष अभिषेक मिश्र भी टिकट के प्रबल दावेदार हैं। महिला सीट पर इनकी पत्नी भी दावेदार थीं। सांगठनिक पकड़ जबरदस्त है। इन्हें टिकट ना मिला तो भाजपा हाइकमान बदले में कोई बड़ा वादा कर सकता है। इसके अलावा भी कई लोगों ने आवेदन कर रखा है जिसमें महिला डाक्टर मंजूषा पांडेय की दावेदारी गुल खिला सकती है।
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