जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ। सुरुचिकर ढंग से नवयुवा पीढ़ी को सकारात्मक सोच की प्रेरणा देती फीचर फिल्म ‘डैडीज डाटर-2’ का पोस्टर यहां पुस्तक मेला मंच पर उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने लांच किया। बुक फेयर मंच पर हुए इस पोस्टर लांच समारोह में फिल्म के कई सितारे मौजूद थे।
बदल रहे जमाने के हिसाब से पिता-पुत्री के पवित्र रिश्तों की नई बुनियाद रखती निर्देशक द्वय अभिमन्यु चौहान व देवेन्द्र गुरुंग की इस फिल्म को पोस्ट प्रोडक्शन के कुछ और काम के बाद सिनेमाघरों में रिलीज किया जायेगा।
इससे पहले फायर थाट क्रियेशन्स की सुरेश वाडकर जैसे गायकों के गाए पांच गीतों से सजी और कई फिल्म समारोहों में शामिल हुई इस कड़ी की पहली फिल्म बहुत पंसद की गई थी। फिल्म तीन अवार्ड भी अपने खाते में करने में कामयाब हुई थी। सोनिका चौहान, दीपा वर्मा, राजीव वर्मा द्वारा निर्मित इस फिल्म के सिनमैटोग्राफर मुम्बई के राम तिवारी और दयाशंकर सिंह हैं। फिल्म की स्टार कास्ट में ईशा रतन, नमन शुक्ला, विक्रम सिंह, अर्पिता भूटानी, मनोज चौहान, राजीव, स्नेहा, किरन नेगी, मीशा और माही हैं। फिल्म उत्तरप्रदेश और ख़ासकर लखनऊ में 90 फीसदी शूट हुई है।
फिल्म के बारे में निर्देशक अभिमन्यु चौहान ने बताया कि फिल्म की सिनमेटोग्राफी की बहुत तारीफ हो रही है इस बेहद मनोरंजक फिल्म में केवल आज के दौर के नौजवानों की मस्ती, मूड और मानसिकता को बहुत ही भावात्मक ढंग से उभारा गया है। फिल्म ‘गदर-एक प्रेमकथा’ की प्रोडक्शन टीम से अपना फिल्मी सफर शुरू करने वाले ‘डैडीज़ डाटर’ के निर्देशक अभिमन्यु चौहान स्वतंत्र रूप से ‘तीन बहूरानियां, सिम्पली सपने, मेरी भाभी, इक मुट्ठी आसमान, हमारी सिस्टर दीदी, अधूरी कहानी हमारी’ आदि चर्चित बड़े धारावाहिकों का निर्देशन कर चुके हैं।
वो कहते हैं-ये नये अंदाज़ में लगभग हर घर की कहानी है। फिल्म की कहानी में बाप-बेटी के रिश्तों की अनूठी मिसाल पेश करने में वे कितने सफल हुए हैं ये तो फिल्म रिलीज के बाद फिल्म को दर्शकों को मिला प्यार ही बता पाएगा। पिछली फिल्म में लीजेन्ड सिंगर सुरेश वाडकर का गए गाने, कहानी और फोटोग्राफी बहुत सराही गयी थी, इस फिल्म में बहुत कुछ ऐसा होगा जो ये फिल्म लोगों के दिलो-दिमाग पर छा जायेगी।
फिल्म की बेटी की मुख्य भूमिका निभा रही ईशा रतन ने कहा कि महाराष्ट्र, दिल्ली, असम, राजस्थान और प्रदेश के मंच के अनुभव से फिल्म का अनुभव बहुत अलग और पुलकित करने वाला है। जैसे मंच में बीच में रहकर सब कुछ देखना होता है तो यहां फिल्म मीडियम में एक्सप्रेशन भीतर से महसूस करने पर ही सामने आ जाते हैं, उन्हें ब्राड-वे में नहीं दिखाना पड़ता।
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निर्मात्री सोनिका-दीपा का कहना है कि हमारी फिल्म का सब्जेक्ट इतना वज़नदार है कि वह हर फैमिली और यंग जेनरेशन को पसंद आएगा। रशेज के बेस पर हम कह सकते है। कि हमारी फिल्म नई जेनरेशन पर पकड़ बनाती सीन दर सीन दर्शकों को बांधने रखने वाली होगी। फिल्म में लखनऊ भी बेहद खूबसूरत दिखाई देगा।