जुबिली न्यूज डेस्क
दिवाली से ठीक पहले देश में एक और चक्रवाती तूफान दस्तक दे सकती है. बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान के आने से देश के कई राज्यों में मौसम का मिजाज एक बार फिर से बदल सकता है. मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती तूफान बन रहा है, जिसके रविवार को तट से टकराने की आशंका है. इस तूफान का असर बंगाल से लेकर ओडिशा तक देखने को मिल सकता है.
चक्रवाती तूफान के दौरान हवा की स्पीड
मौसम विभाग उत्तरी अंडमान समुद्र के ऊपर बन रही मौसम प्रणाली पर नजर रख रहा है, जिसके शनिवार तक दबाव में केंद्रित होने की संभावना है, जिसमें हवा की गति करीब 50 किमी प्रति घंटे तक रह सकती है. माना जा रहा है कि चक्रवाती तूफान के दौरान हवा की स्पीड 45-55 किमी प्रतिघंटा हो सकती है.
इस साल का दूसरा तूफान
अगर चक्रवाती तूफान आता है तो यह इस साल बंगाल की खाड़ी पर बनने वाला दूसरा चक्रवाती तूफान होगा. इससे पहले मई की शुरुआत में आसनी नामक तूफान आया था. वहीं, ओडिशा में 2021 में कम से कम तीन बड़े तूफान आए हैं, आईएमडी ने मछुआरों को सलाह दी कि वे 22 अक्टूबर से पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाएं और 23 अक्टूबर से ओडिशा तट से दूर रहें.
इसकी सटीक जानकारी के लिए 22 अक्टूबर तक का इंतजार करना होगा. मौसम विभाग ने बंगाल और ओडिशा में 23 अक्टूबर से पहले बारिश की भविष्यवाणी नहीं की है. हालांकि, 23 अक्टूबर से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय जिलों में बारिश होने की संभावना है.
ओडिशा में अलर्ट जारी
चक्रवाती तूफान आने पर पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड समेत बिहार के मौसम पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है और वीकेंड में इस चक्रवात की वजह से बारिश भी हो सकती है. हालांकि, मौसम वैज्ञानिक शरत साहू ने कहा कि 22 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान को लेकर तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी ओडिशा सरकार ने इस पूर्वानुमान के मद्देनजर 23 से 25 अक्टूबर के बीच सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियों को रद्द कर दिया है और राज्य ने 7 तटीय जिलों को अलर्ट पर रखा है.
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