जुबली ब्यूरो
कोरोना महामारी की वजह से दुनिया के तमाम देशों में लॉक डाउन होने से तमाम गतिविधियाँ ठप्प हो जाने के कारण अन्तर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल का दाम 21 साल पुरानी कीमत पर चला गया है। अमरीकी कच्चे तेल की कीमत एशियाई बाज़ार में 15 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गया है।
जानकारों के मुताबिक़ अभी इसकी कीमतों में और गिरावट की संभावना है। यह 10 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है। कोरोना महामारी के सारी दुनिया में विस्तार की वजह से दुनिया थम सी गई है। इसी वजह से पूरी दुनिया में कच्चे तेल की मांग में काफी कमी आई है। यही वजह है कि अन्तर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतें लगातार घट रही हैं।
जानकारी के अनुसार ओपेक और गैर ओपेक तेल उत्पादक देशों ने कोरोना वायरस की वजह से चल रहे लॉक डाउन की वजह से अगले दो महीनों तक तेल उत्पादन में 97 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती के लिए समझौता किया था इस समझौते के बावजूद कच्चे तेल की कीमतों में रिकवरी शुरू नहीं हो पाई।
तेल की मांग में आई गिरावट और स्टोरेज को लेकर पैदा हुई यह अनिश्चितता अगर जारी रहती है तो जल्दी ही कच्चे तेल की कीमतें 10 डॉलर प्रति बैरल तक पहुँच सकती हैं।