जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस सीट बंटवारे को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल दलों से लगातार बातचीत कर रही है। हालांकि कुछ राज्यों में उसकी बात आखिरी दौर में है जबकि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी के बीच लगातार घमासान देखने को मिल रहा है।
अब जानकारी मिल रही है कि सीट शेयरिंग को लेकर अब टीएमसी ने साफ कर दिया है कि वो कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग को लेकर कोई बातचीत नहीं करेगी। न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से खबर है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन कमेटी की बैठक में पार्टी किसी नेता को नहीं भेजगी।
दरअसल टीएमसी ने साफ कर दिया है कि वो पश्चिम बंगाल में वो सिर्फ दो सीट कांग्रेस को ऑफर करेगी और बाकी वो अकेले चुनाव लड़ेगी। हालांकि कांग्रेस टीएमसी के इस प्रस्ताव को ठुकरा चुकी है और दो सीट लेने के लिए तैयार नहीं है। एक न्यूज चैनल की माने तो कांग्रेस पश्चिम बंगाल में 6 से 10 सीटें चाहती है लेकिन ममता इस पर तैयार नहीं है।
टीएमसी का कहना है कि पिछले चुनाव में 42 सीटों में से 39 सीटों पर कांग्रेस को पांच प्रतिशत से कम वोट मिले थे जबकि 2021 के विधानसभा चुनाव में 2.93 प्रतिशत वोट मिले। इस वजह से ये पता चल रहा है कि कांग्रेस बंगाल में काफी कमजोर पार्टी है।
बता दे कि लोकसभा चुनाव अब बेहद कम दिन रह गया है। बीजेपी लगातर एक्टिव है तो दूसरी तरफ विपक्ष भी एक हो गया है लेकिन विपक्षी एकता काफी कमजोर नजर आ रही है क्योंकि ‘इंडिया’ गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर टकराव देखने को मिल रहा है।
दरसअल कांग्रेस को लेकर विपक्षी दलों में एक राय नहीं बन पा रही है। बंगाल में ममता ने साफ कर दिया है कि वो अकेले भी चुनाव लड़ सकती है जबकि अखिलेश यादव और केजरीवाल के साथ-साथ महाराष्ट में सीट शेयरिंग पर तनाव की स्थिति देखने को मिल रही है।