क्राइम डेस्क
लोकसभा चुनाव के बीच अपनी चुनावी रैलियों में सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं। राज्य में महिला हिंसा और अपराध के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं।
योगी सरकार में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि मौजूदा सरकार के कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल नंदी से कुछ अज्ञात लोगों ने रंगदारी मांगी है। साथ ही पांच करोड़ न देने पर जान से मार देने की धमकी दी है। मंत्री को यह धमकी भरा काल 12 मई को आया था। फोन करने वाले ने कहा की पिछली बार तुम हमले में बच गये थे लेकिन इस बार तुम्हारे चीथड़े उड़ जाएंगे।
अगर तुम्हे खुद को सही सलामत रखना है तो पांच करोड़ फौरन भेज दो। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मंत्री के लीगल एडवाइजर ने प्रयागराज कोतवाली में रंगदारी मांगने की शिकायत करते हुए मुकदमा दर्ज कराया।
बता दें कि नंद गोपाल नंदी बीजेपी में आने से पहले कांग्रेस और बसपा में रह चुके हैं। इलाहाबाद से 2007 में बसपा के टिकट पर बीजेपी नेता केशरी नाथ त्रिपाठी और कांग्रेस से रीता बहुगुणा जोशी को हराकर पहली बार विधायक बने। इसके बाद बसपा सरकार में मायावती ने उन्हे कैबिनेट मंत्री बनाया था। बसपा सरकार में मंत्री रहने के दौरान उन पर 12 जुलाई 2010 को रिमोट बम से हमला हुआ था, जिसमें एक पत्रकार और गनर की मौत हो गई थी, जबकि वह बाल-बाल बच गए थे।
2014 में बसपा से रिश्ते खराब होने के बाद नंदी कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने उतरे, मगर हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। बीजेपी ने 2017 में इलाहाबाद दक्षिण सीट से उम्मीदवार बनाया था। जिस पर एक बार फिर विधायक बने और साथ ही योगी सरकार में भी कैबिनेट मंत्री बनने का मौका मिला।