न्यूज़ डेस्क।
लोकसभा चुनाव के बाद से उत्तर प्रदेश में अचानक से अपराध का ग्राफ बढ़ गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के अपराध नियंत्रण के दावों को अपराधियों ने चुनौती समझ लिया है और प्रदेश में जंगलराज लाने की कोशिश हो रही है। बुधवार को सोनभद्र जिले में एक बड़ा नरसंहार हुआ। इस घटना की दहशत से लोग सहमे हुए थे तभी शाम होते होते संभल में एक और घटना से लोगों के होश उड़ा दिए।
बदमाशों की तलाश में पूरे जोन में अलर्ट जारी
यूपी के सम्भल जिले की चंदौसी अदालत में आज पेशी से मुरादाबाद ले जाये जा रहे कैदियों की वैन में तीन कैदियों ने ही वैन के दो सिपाहियों की उन्ही की रायफल छीनकर गोली मारकर हत्या कर दी और रायफल लेकर भाग गए। घटना से पूरे मुरादाबाद जोन में सनसनी फ़ैल गयी। संभल के पुलिस अधीक्षक के साथ ही आईजी मुरादाबाद रमित शर्मा और एडीजी बरेली जोन भी मौके पर पहुंच गए हैं।
कैदियों के हाथों मारे गए दोनों सिपाहियों के नाम हरेंद्र एवं ब्रजपाल हैं, जो सम्भल पुलिस लाइन में तैनात थे। उनकी ड्यूटी मुरादाबाद जेल से बन्दियों को ले जाने वाली वैन में लगाई गई थी। मुरादाबाद से आगे सम्भल जिले के बनियाठेर थानाक्षेत्र के देवाखेड़ा गांव के पास चलती वैन में बन्दियों ने सिपाहियों पर हमला बोल दिया। उन्होने दोनों सिपाहियों की रायफल छीन ली और उसी से उन्हे गोली मार दी।
उन्होने सात से आठ राउंड गोली चलाई, जिससे दोनों सिपाहियों की मौके पर ही मौत हो गई। गोली मारने के बाद वैन का दरवाजा खोल कैदी फरार हो गए। वैन में मौजूद कांस्टेबिल खूब सिंह ने मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों को फिलहाल यही जानकारी बताई है, वैन में 24 बंदी थे। वैन में मारे गए दो पुलिसकर्मियों के अलावा चार अन्य पुलिस कर्मी भी सवार थे। बदमाशों की तलाश में पूरे जोन में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
भूमि विवाद में खूनी संघर्ष
इससे पहले सोनभद् के घोरावल ब्लाक में मूर्तियां ग्राम सभा के उम्भा गाव में पुरानी भौमिक विवाद को लेकर संघर्ष में 9 आदिवासी गोंड समुदाय के महिला पुरुषों ने खूनी संघर्ष में जान गंवा दी है। दर्जन भर से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल होकर जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।
स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, घोरावल क्षेत्र में लंबे समय से कुछ बाहरी पैसे वाले अधिकारी आदर्श सोसायटी की सैकड़ों एकड़ जमीन आदिवासियों को कुछ पैसे लगान लेकर खेती करने के लिए दिए जाते रहे हैं। जिससे आदिवासियों की आजीविका चलती थी।कुछ वर्षों पहले उसी गांव के गुर्जर जाति के दबंग लोग आदर्श सोसाइटी से जमीन को रजिस्ट्री करा ली। कब्जे दार आदिवासी गोंड जाति के लोगों ने कब्जे के आधार पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है और मामला विचाराधीन था।
बुधवार को लगभग 11-12 बजे दोपहर में कब्जे की दृष्टि से गुर्जर जाति के लोग सदल-बल भूमि पर कब्जा करने के लिए गए, जिसपर आदिवासी गोंड जाति के लोगों ने रोकने का प्रयास किया। इसके बाद विवाद में घटना स्थल पर 9 लोगों ने अपनी जान गवा दी और कई लोग घायल हो गए।
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