न्यूज़ डेस्क
गाय के सामने भगवान कृष्णा की तरह बांसुरी बजाने पर वो उसकी तान सुनकर ज्यादा दूध देती है। ये हम नहीं असम में भारतीय जनता पार्टी के विधायक कह रहे हैं। एक न्यूज़ पेपर के अनुसार, असम के सिलचर से विधायक दिलीप कुमार पॉल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में ये दावा किया है कि भगवान कृष्णा की तरह बजाई गई बांसुरी की तान सुनकर गाय पहले से ज्यादा दूध देने लगती है।
जानकारी के अनुसार विधायक दिलीप कुमार पॉल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने रविवार को गये थे, जहां उन्होंने इस बात का दावा किया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मैंने संगीत और नृत्य के सकारात्मक प्रभावों के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वैज्ञानिक रूप से कैसे साबित हुआ है कि अगर भगवान कृष्ण द्वारा बजाई गई बांसुरी की तरह गायों को बांसुरी की धुन सुनाई जाए तो उससे पैदा होने वाले दूध का उत्पादन बढ़ जाता है।
विदेशी की तरह देशी गाय से बने उत्पाद ज्यादा बेहतर
इसके अलावा रिसर्च के बारे में पूंछे जाने पर उन्होंने दावा किया कि गुजरात के एक एनजीओ ने कुछ साल पहले कुछ रिसर्च की थी कि बांसुरी की धुन से दूध की पैदावार बढ़ जाती है। विदेशी नस्लों की गाय जो शुद्ध सफेद दूध देती हैं। उसके विपरीत भारतीय गाय हल्के पीले रंग का दूध देती हैं। जो की काफी स्वादिष्ट होता है और साथ ही स्वास्थ्यवर्धक भी। वहीं भारतीय गायों के दूध से बने पनीर, मक्खन जैसे उत्पाद भी विदेशी नस्लों की गायों के दूध से बेहतर होते हैं।
गौ तस्करी हो पूरी तरह से बंद
असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा की सीमाओं के माध्यम से भारत से बांग्लादेश तक मवेशियों की तस्करी के बारे में भी विधायक ने चिंता जाहिर की। साथ ही इसको पूरी तरह से खत्म करने की बात कही। बता दें कि पॉल असम विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर भी है।