जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव से पहले पंचायत चुनाव होने जा रहा है। इसको लेकर यूपी में सियासी पारा चढ़ता दिख रहा है। दरअसल यूपी में पंचायत चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने कमर कस ली है। निर्वाचन आयोग ने इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक 1 अक्टूबर से यूपी में मतदाता सूची का पुनरीक्षण का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए 1 अक्टूबर से 12 नवंबर तक बीएलओ घर-घर जाकर गणना करेंगे।
इसके साथ ही 1 अक्टूबर से 5 नवंबर तक मतदाता ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं। निर्वाचन आयोग के निर्देश के अनुसार 29 दिसम्बर 2020 को मतदाता सूची को तैयार कर लिया जाएगा। इसके साथ इसका अंतिम प्रकाशन भी हो जाएगा।
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निर्वाचन आयोग के अनुसार
- 1 अक्टूबर से 12 नवम्बर तक – बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर गणना एवं सर्वेक्षण
- 1 अक्टूबर से 5 नवम्बर तक- ऑनलाइन आवेदन करने की अवधि
- 6 नवम्बर से 12 नवम्बर तक- ऑनलाइन प्राप्त आवेदन पत्रों की घर-घर जाकर जांच करने की अवधि
- 13 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक- ड्राफ्ट नामावलियों की कम्प्यूटराइज्ड लिस्ट तैयार करना
- 6 दिसम्बर तक- ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन
- 6 दिसम्बर से 12 दिसम्बर तक- ड्राफ्ट नामावली का निरीक्षण
- 6 दिसम्बर से 12 दिसम्बर तक- दावे एवं आपत्तियां प्राप्त करना
- 13 दिसम्बर से 19 दिसम्बर तक- दावे एवं आपत्तियों का निस्तारण
- 29 दिसम्बर- निर्वाचक नामावलियों का जन सामान्य के लिए अंतिम प्रकाशन
उधर गांवों में पंचायन चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। प्रत्याशी कोरोना काल में भी सक्रिय नजर आ रहे हैं। इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा भी खूब लिया जा रहा है।
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व्यक्तिगत फेसबुक अकाउंट के साथ ही क्षेत्र या संगठन विशेष के नाम पर फेसबुक पेज और व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से प्रत्याशी लोगों के बीच जाने की कोशिश कर रहे हैं। सोशल मीडिया के बढ़ते क्रेज को देखते हुए प्रत्याशी अपना पोस्टर, वीडियो हो या फिर ऐप सभी की मदद से अपना प्रचार-प्रसार करने में जुट गए है।