सैय्यद मोहम्मद अब्बास
चढ़ते सूरज को हर कोई सलाम करता है। ये सुनने में भले ही थोड़ा अटपटा लगे लेकिन ये सच है। क्रिकेट में यह कथन एकदम सटीक बैठता है। भारतीय क्रिकेट के अतीत पर गौर करे तो कई बड़े उदाहरण देखने को मिल चुके हैं।
90 के दशक में सचिन बनाम अजहर के बीच में कप्तानी को लेकर खींचातानी देखने को मिल चुकी है। इतना ही नहीं अजहर का करियर जब अपने अंतिम दौर में पहुंचा तो उनको कप्तानी से बेदखल कर दिया गया था। रोचक बात यह है कि अजहर उस दौर में भारतीय क्रिकेट के सबसे कामयाब कप्तान थे।
इसके बाद राहुल द्रविड़ और सौरभ गांगुली के बीच में कप्तानी को लेकर कड़ा संघर्ष देखने को मिला था। दरअसल उस समय दादा का बल्ला चल नहीं रहा था और साथ में उनकी फिटनेस भी उनका साथ छोड़ चुकी थी। इस वजह से चैपल ने सौरभ गांगुली से किनारा कर राहुल द्रविड़ पर भरोसा जताना शुरू किया। ये वो दौर था जब टीम इंडिया दो फाड़ में नजर आ रही थी।
ये भी पढ़े: वरदान साबित हो रहा सोने में निवेश, दिवाली तक उछाल की उम्मीदें
ये भी पढ़े: ममता बनर्जी से अब क्यों नाराज हुए गर्वनर ?
इतना ही नहीं उस समय सौरभ गांगुली ने भारतीय क्रिकेट की तस्वीर बदल दी थी लेकिन उनको भी जल्दीबाजी में संन्यास लेने पर मजबूर किया गया था। अब इतिहास फिर दोहराता नजर आ रहा है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बीसीसीआई ने भी जल्दीबाजी दिखायी है।
विश्व कप के बाद से धोनी ने कोई मैच नहीं खेला है और ऐसे में उनके संन्यास की अटकले लगने लगी थी। इतना ही नहीं बीसीसीआई भी धोनी को लेकर उत्साहित नजर नहीं आ रहा था। बीसीसीआई ने उन्हें अपने करार से अलग कर दिया था तभी यह साफ हो गया था कि माही का क्रिकेट करियर अब खत्म हो गया है। कयासों के बीच माही ने 15 अगस्त के दिन क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।
ये भी पढ़े: डॉक्टर कफील की फिर मुश्किलें बढ़ी… पत्नी ने उठाए ये सवाल
ये भी पढ़े: योगी सरकार को आप पर क्यों लगाना पड़ा ताला
पिछले काफी समय से उनकी वापसी को लेकर तमाम कयास लगाया जा रहा था लेकिन धोनी से सबको चौंकाते हुए कल संन्यास की घाोषणा कर दी है लेकिन सवाल अब भी बड़ा है कि क्या माही को बीसीसीआई सम्मानजनक विदाई नहीं दे सकता था।
जिस प्रकार से सचिन के संन्यास के लिए बीसीसीआई ने विदाई सीरीज आयोजित की थी, ठीक उसी प्रकार क्या धोनी के लिए विदाई सीरीज आयोजन नहीं किया जा सकता है। बता दें कि सचिन के लिए वेस्टइंडीज सीरीज का आयोजन किया गया था और सचिन को शानदार विदाई मैदान पर दी गई थी।
माही भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व क्रिकेट सम्मान के साथ देखे जाते हैं लेकिन बीसीसीआई ने उनको लेकर थोड़ी जल्दीबाजी जरूर दिखा डाली है। माही ने अचानक से पहले टेस्ट क्रिकेट से किनारा कर लिया था और अब आईपीएल शुरू होने से पहले धोनी ने अचानक से संन्यास ले लिया है। ऐसे में खेल प्रेमियों को काफी निराशा हो रही है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीसीसीआई से धोनी के लिए फेयरवेल मैच रांची में कराने की मांग की है। हालांकि ऐसा होना मुश्किल है कि किसी खिलाड़ी के संन्यास लेने के बाद फेयरवेल मैच कराया गया हो।
अब देखना होगा कि आईपीएल में धोनी कैसा प्रदर्शन करते हैं। अब भी बड़ा सवाल है माही के बाद कौन उनका असली वारिस कौन होगा। पंत लगातार फ्लॉप हो रहे हैं। ऐसे में केएल राहुल कब तक विकेटकीपर बल्लेबाज टीम में खेलेंगे।