जुबिली न्यूज डेस्क
भारत में हर दिन कोरोना संक्रमण के हजारों मामले सामने आ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से तो देश में लगातार चालीस हजार के करीब कोरोना के नये मामले सामने आ रहे हैं। आंकड़ों में कमी न आना चिंता का विषय है।
इस चिंता के बीच अब विशेषज्ञों ने तीसरी लहर को लेकर चेतावनी जारी कर दी है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि अगस्त के महीने में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है, जिसमें हर रोज एक लाख कोरोना मामले देखने को मिल सकते हैं।
इसके साथ ही विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि खराब स्थिति में कोरोना के मामले डेढ़ लाख तक भी पहुंच सकते हैं। जानकारों के अनुसार अगस्त के महीने में शुरू होने वाली तीसरी लहर अक्टूबर में अपने पीक पर जा सकती है।
देश में अप्रैल-मई महीने के कोरोना की दूसरी लहर पीक पर थी। इस दौरार अस्पतालों में भारी अव्यवस्था देखने को मिली थी। हजारों लोगों ने ऑक्सीजन, दवा के अभाव में दम तोड़ दिया।
वैज्ञानिक बार-बार तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दे रहे हैं ताकि सरकार इससे निपटने का इंतजाम कर ले ते वहीं लोग खुद सतर्क हो जाए।
कानपुर और हैदराबाद IIT में मथुकुमल्ली विद्यासागर और मनिंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में शोधकर्ताओं का हवाला देते हुए ब्लूमबर्ग ने बताया कि कोरोना मामलों में हो रही वृद्धि कोरोनो की तीसरी लहर को आगे बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा कि यह अक्टूबर में चरम पर पहुंच सकती है। केरल और महाराष्ट्र में जिस तरह कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं इससे स्थिति खराब हो सकती है।
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हालांकि विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर, दूसरी लहर जितनी खतरनाक नहीं होगी। इस साल कोरोना की स्थिति के बारे में अनुमान लगाने वाले विशेषज्ञों का अनुमान एक गणितीय मॉडल पर आधारित था।
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मई में, IIT हैदराबाद के प्रोफेसर विद्यासागर ने कहा कि भारत के कोरोना वायरस का प्रकोप आने वाले दिनों में गणितीय मॉडल के आधार पर चरम पर हो सकता है।
सरकार ने दी चेतावनी
केंद्र सरकार ने केरल, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर क्षेत्रों सहित 10 राज्यों को चेतावनी दी है कि बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच और उन्हें कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए।
विशेषज्ञों ने कहा है कि कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट चिकनपॉक्स की तरह आसानी से फैल सकता है और वैक्सीन लगवाने वालों में भी फैल सकता है।