जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के प्रांजल जायसवाल ने कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में खुद को समर्पित कर एक मिसाल पेश की है. कोरोना वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के लिए डॉक्टरों के एक मानव शरीर की ज़रूरत थी. प्रांजल ने खुद पर वैक्सीन ट्रायल के लिए डॉक्टरों को समर्पित कर दिया. प्रांजल पर टेस्ट भी शुरू हो गए हैं. जानकारी के अनुसार उस पर पहला टेस्ट सफल रहा है. अभी सात टेस्ट और होने हैं. गोरखपुर के राणा अस्पताल में ह्यूमन ट्रायल चल रहा है.
उत्तर प्रदेश खासकर आजमगढ़ के लिए यह गर्व की बात है कि पूरे देश और दुनिया की भलाई के लिए इस नौजवान ने अपने कदम आगे बढ़ाए और अपना शरीर वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के लिए दे दिया. जिन देशों ने भी कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया है, सभी जगहों पर वैक्सीन का ट्रायल ही चल रहा है. कोई भी देश अभी तक वैक्सीन की कामयाबी का दावा नहीं कर पाया है.
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प्रांजल ने खुद पर ह्यूमन ट्रायल की स्वीकृति का पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एम्स (दिल्ली) और डीएम आजमगढ़ को भेजा. उसके पत्र पर सरकार ने मंजूरी की मोहर लगा दी और ट्रायल शुरू हो गया. प्रांजल के इस साहस पर उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश को गर्व होगा.