जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. ओडिशा के श्री जगन्नाथ मन्दिर 404 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इन कर्मचारियों में 351 लोग मन्दिर के सेवादार हैं. कोरोना महामारी के इस हमले की वजह से मन्दिर में पूजा के लिए विद्वानों की कमी हो गई है. इस विश्वप्रसिद्ध मन्दिर में भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ की पूजा के लिए कम से कम 13-13 पुजारियों की ज़रुरत होती है. इस तरह से मन्दिर में पूजा को निर्बाध रूप से चलाते रहने के लिए कम से कम 39 पुजारी ज़रूर होने चाहिए.
इस मन्दिर में सूरज निकलने के साथ ही पूजा अर्चना शुरू हो जाती है जो देर रात तक जारी रहती है. पुरी के इस मन्दिर की एक खासियत यह है कि एक अनुष्ठान दूसरे अनुष्ठान से जुड़ा हुआ है. एक अनुष्ठान पूरा न हो तो दूसरा अनुष्ठान शुरू ही नहीं किया जा सकता.
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जगन्नाथ मन्दिर में इतनी बड़ी संख्या में सेवादारों और कर्मचारियों के एक साथ कोरोना संक्रमित हो जाने से मन्दिर प्रबंधन के सामने काफी बड़ी समस्या आ गई है. मन्दिर प्रबंधन अब मजबूरी में इस बात पर विचार कर रहा है कि पूजा अर्चना को लगातार जारी रखने के लिए कोरोना काल तक व्यवस्था जूनियर पुजारियों के हवाले कर दी जाए.