जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि ‘कोरोना वॉरियर्स’ को 24 अप्रैल के बाद से नई बीमा पॉलिसी दी जाएगी।
दरअसल कई जगहों से ऐसी खबरें आ रही थीं कि डॉक्टर और हेल्थकेयर वर्कर परेशान हैं क्योंकि सरकार द्वारा दी गई पॉलिसी की अवधि 24 अप्रैल को खत्म हो जाएगी।
पिछले साल कोरोना महामारी की शुरुआत में सभी हेल्थकेयर वर्कर्स को 50 लाख की बीमा पॉलिसी दी गई थी।
सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि “प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा मार्च 2020 को की गई थी,ये सुनिश्चित करने के लिए कि कोविड-19 के कारण किसी स्वास्थ्य कर्मचारी के साथ कुछ प्रतिकूल हो जाए, तो उनके परिवार का ख़्याल रखा जा सकेगा। इसके अंतर्गत 50 लाख का बीमा कवर दिया गया था।”
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“बीमा कंपनी द्वारा अब तक 287 दावों का भुगतान किया गया है। इस योजना ने कोविड-19 से लडऩे वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने में महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक भूमिका निभाई है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज के अंतर्गत वॉरियर्स की बीमा पॉलिसी 24 अप्रैल 2021 तक जारी रहेगी, उसके बाद कोविड वॉरियर्स के लिए एक नई बीमा पॉलिसी प्रभावी हो जाएगी।”
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हालांकि इस बयान से ये साफ नहीं है कि नया बीमा कितने की होगा और नई पॉलिसी वर्तमान पॉलिसी से कितनी अलग होगी।
मोदी सरकार ने इस योजना को मार्च 2020 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य कोरोना हेल्थ वर्कर्स को सुरक्षा मुहैया कराना था जिससे कोरोना वॉरियर्स की मौत होने पर उनके परिवार की देखभाल हो सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रदेश सरकारों को इसको लेकर एक पत्र भी लिखा है। स्वास्थ्य सचिव ने ये पत्र 24 मार्च को लिखा था, जो अब सामने आया है।
24 मार्च को लिखे गए पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा है, “इस बीमा योजना को शुरू में 90 दिन के लिए लागू किया गया था, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 24 मार्च 2021 तक कर दिया गया था।”
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उन्होंने आगे लिखा है कि कोरोना के इस दौर में इस योजना ने ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के परिवार को राहत देने का काम किया है। इस लेटर में इस बीमा योजना को बढ़ाने का जिक्र नहीं किया है। मतलब 24 मार्च 2021 को ये योजना खत्म हो गई है।
केंद्र सरकार ने पिछले साल पीएम गरीब कल्याण पैकेज के तहत स्वास्थ्यकर्मियों के लिए यह बीमा योजना शुरू की थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले महीने राज्यों को भेजे सर्कुलर में कहा कि यह योजना 24 मार्च को खत्म हो जाएगी। इसके तहत तब तक केवल 287 दावों का निपटारा किया गया था। इस योजना के तहत करीब 22 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष बीमा कवर उपलब्ध कराया जा रहा है।
पिछले साल कोरोना महामारी के दौरान 26 मार्च को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस योजना की घोषणा की थी। इस योजना को शुरुआत में 90 दिन के लिए लागू किया गया था, लेकिन बाद में इसको बढ़ाकर 24 मार्च 2021 कर दिया गया था। इस स्कीम के तहत न सिर्फ सरकारी, बल्कि प्राइवेट डॉक्टरों को भी कवर किया गया था।