न्यूज़ डेस्क
कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है। पीएम मोदी ने 24 मार्च की रात लॉकडाउन की घोषणा करते हुए लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने को कहा था। उन्होंने कहा कि यह लॉकडाउन कर्फ्यू जैसा ही होगा। हालांकि, जरूरी सेवाओं की चीजें पहले की तरह ही चलती रहेंगी। इसको लेकर गृहमंत्रालय ने छह पन्नों वाली गाइडलाइन भी जारी की है।
लेकिन दिल्ली यूपी बॉर्डर से आ रही तस्वीरे कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। काम बंद होने और खाने की दिक्कतों से दो चार हो रहे मजदूर वर्ग के लोग अपने परिवार के साथ पैदल ही घर की ओर कूच कर दिए हैं।
शुक्रवार की तरह शनिवार को भी दिल्ली से अपने घरों के लिए पैदल ही निकल पड़े मजदूरों को पुलिस ने यूपी गेट पर रोक दिया है। वहीं, आनंद विहार बस टर्मिनल और कौशाम्बी बस स्टेशन पर हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए है और बस के इंतेजार में खड़े हैं।
क्या सरकार ने दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर,
इनके लिए LED स्क्रीन का इंतजाम किया है ?ताकि सरकार द्वारा प्रसारित रामायण का
भूखे पेट ये गरीब मजदूर आनंद ले सके ?#HelpThem pic.twitter.com/zieA6t7BpA— Youth Congress (@IYC) March 28, 2020
कुछ को बसे मिल गयी है और वो अपने घर के लिए निकल चुके हैं तो कुछ अभी भी इस उम्मीद में बैठे है कि जल्दी ही सरकार उनको उनके घर तक पहुँचाने के लिए कोई कदम उठाएगी।
#WATCH Police stopped people who were walking towards their homes in different districts of Uttar Pradesh, at Ghazipur near Delhi-UP border. They are now returning to the places where they stay in Delhi. #CoronvirusLockdown. pic.twitter.com/bvlWnvkRqQ
— ANI (@ANI) March 27, 2020
लेकिन सरकार के सारे दावे कागजों पर ही शोभा बढ़ा रहे हैं। अधिकारी मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए एक्टिव तो है लेकिन सोशल मीडिया में, वही जो डराने वाली तस्वीरे सबको विचलित कर रही है उस तस्वीर को सीएम योगी या प्रधानमंत्री मोदी नही देख पा रहे है या देख कर अनदेखा कर रहे हैं।
इन मजबूर हिंदुस्तानियों के साथ ऐसा सलूक मत कीजिए।
हमें शर्म आनी चाहिए कि हमने इन्हें इस हाल में छोड़ दिया है। ये हमारे अपने हैं। मजदूर देश की रीढ़ की हड्डी है। कृपया इनकी मदद करिए। #HelpThem https://t.co/UQf1BxvcKe
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 28, 2020
मुख्यमंत्री योगी ने अपील की है कि जो लोग जहां हैं वहीं रुकें, उनके लिए रहने खाने की व्यवस्था की जाएगी। इस बारे में यूपी के सभी अधिकारियों को समुचित निर्देश दे दिए गए हैं। कुछ लोगों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण कोरोना वायरस महामारी को फैलने में सहायक ना बने।
वहीं सीएम की तरफ से ट्वीट कर कहा गया कि दिल्ली की सीमा से लाखों लोग उत्तर प्रदेश आ रहे हैं। दिल्ली सरकार लोगों को रोक नहीं पा रही है। डीटीसी की बसों से उत्तर प्रदेश की सीमा पर लोगों को छोड़ा जा रहा है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से अनुरोध है कि दिल्ली में लोगों को पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराएं, ताकि लोग वहां रुक सकें। इन मजदूरों के सामने खाने और रहने की दिक्कत की वजह से घर की तरफ जाने का फैसला किया है , ऐसे में सवाल उठता है की अगर इनको खाना मिलता है तो घर से निकलने को मजबूर क्यों होते।
दिल्ली से यूपी की तरफ सामुहिक पलायन
हज़ारों लोग NH 24 से पैदल इस उम्मीद में चल पड़े हैं कि आगे कहीं इन्हें बस मिलेगी ..@UPGovt @myogiadityanath @Uppolice @SspGhaziabad pic.twitter.com/25ffKczUXT— Ajit Anjum (@ajitanjum) March 27, 2020
पिछले साल के अंत में चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण पूरी दुनिया में फैल चुका है। कोरोना के सबसे अधिक पॉजिटिव केसों के मामलों में अमेरिका पहले स्थान पर पहुंच गया है।