- ब्रिटेन में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या अब बढ़कर हुई 32,769
- प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की इस महामारी से लड़ने की रणनीति पर उठ रहा सवाल
न्यूज डेस्क
कोरोना वायरस की महामारी अमेरिका और यूरोपीय देशों में थमती नजर नहीं आ रही है। कुछ दिनों पहले तक यूरोपीय देशों में इटली, फ्रांस, स्पेन जैसे देश कोरोना संक्रमण से बुरी तरह जूझ रहे थे, लेकिन अब ब्रिटेन इन सबको पीछे छोड़ दिया है।
ताजा आंकड़ों के अनुसार ब्रिटेन में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या अब इटली से ज़्यादा हो गई है जो पूरे यूरोप में सबसे अधिक है। जॉन्स हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार ब्रिटेन में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 32,769 हो गई है। वहीं बुधवार सुबह तक इटली में 30,911 लोग इस महामारी की वजह से अपनी जान गवां चुके हैं।
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ब्रिटेन में जैसे-जैसे कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है, प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की इस महामारी से लड़ने की रणनीति पर भी सवाल उठ रहे हैं। जॉनसन पर दबाव बढ़ रहा है।
आधिकारिक डेटा के अनुसार, अब सिर्फ अमेरिका में, जिसकी आबादी ब्रिटेन से पांच गुना ज़्यादा है, मरने वालों की संख्या ब्रिटेन से ज़्यादा है।
हालांकि विभिन्न देशों में कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या दर्ज करने की व्यवस्था अलग-अलग हैं, इसलिए आंकड़ों के आधार पर सीधी तुलना ज़रूरी नहीं कि सही ही हो और जमीनी हकीकत बयां करे, लेकिन ब्रिटेन के आंकड़े बताते हैं कि वो इस महामारी से बुरी तरह प्रभावित है।
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कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी दुनिया में अब तक 2,90,000 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन के विदेश सचिव डॉमनिक राब ने हाल ही में मीडिया से बात करते हुए कहा, “जब तक महामारी का अंत नहीं हो जाता, यह कहना जल्दबाजी होगी कि ब्रिटेन ने अन्य देशों की तुलना में इस बीमारी से लड़ने में कोई गलती की। इस विषय पर अभी चर्चा करना ठीक नहीं होगा।”
लेकिन विपक्ष के नेता इस जवाब से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि जॉनसन सरकार वक्त पर अस्पतालों को जरूरी सामान मुहैया करा पाने और देश में तेजी से कोरोना वायरस की टेस्टिंग करवा पाने में विफल रही है।
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