राजीव ओझा
सब कोरोना-कोरोना चिल्ला रहे हैं। कोई बोल रहा नया कोरना वायरस है, कोई कह रहा कोरोना फैमिली का अबतक का सबसे खतरनाक सदस्य है Covid-19 वायरस। इसके लिए वायरस फैमिली को समझना होगा। लेकिन सावधान हो जाएँ, जानवरों में कई ऐसे घातक कोरोना वायरस की किस्म मौजूद हैं जिन्होंने अभी तक मानव जाति को संक्रमित नहीं किया है।
पहले तो यह समझ लीजिये ही मानव जाति हजारों साल से वायरस और उसके हमलों को झेलते हुए विकसित हुई है। विज्ञान इतना आगे बढ़ चुका है लेकिन अभी तक हम वायरस पर पूरी तरह जीत हासिल नहीं कर सके हैं। कहा जा रहा है कि Covid-19, वायरस फैमिली का नया सदस्य है।
अब ये वायरस फैमिली क्या होती है? ऐसे समझिये कि वायरस के संयुक्त परिवार में कई तरह के कोरोना वायरस (CoV) हैं। इनके संक्रमण के लक्षण सामान्य जुकाम से लेकर सांस लेने में गम्भीर कठिनाई मर्स यानी MERS-CoV (Middle East Respiratory Syndrome) और सार्स यानी SARS-CoV (Severe Acute Respiratory Syndrome) हो सकते हैं।
अब इसी फैमिली का नया वायरस nCoV चीन और पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है। डब्लूएचओ ने इसे Covid-19 नाम दिया है। ‘को’ का मतलब ‘कोरोना’, ‘वि’ का मतलब ‘वायरस’ और ‘‘डी’’ का मतलब ‘‘डिसीज’’ (बीमारी) है। चूंकि इसका पता दिसंबर 2019 में चला इसी लिए Covid-19 नाम दिया गया। यह वायरस की ऐसी किस्म है जो इसके पहले मानव शरीर में कभी नहीं पाई गई थी।
ये भी पढ़े: ‘दिल्ली डायवर्जेंट मेंजेट’ के बाद मोदी-शाह पर उठने लगे सवाल
सरल भाषा में समझने के लिए कह सकते हैं की यह वायरस का वो परिवार है जो सदियों से मौजूद है और उसकी नई पीढी पहली से ज्याद होशियार और घातक होती जा रही है। शुरू से ही मानव जाति उसकी सबसे बड़ी दुश्मन रही है। इसीलिए मनुष्य जब तक उसकी एक पीढी के सफाए के लिए कारगर हथियार खोजती है तब तक वायरस की नई पीढी नए और घातक रूप में प्रकट हो जाती है।
कोरोना वायरस जूनोटिक श्रेणी की बीमारी है। यानी जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारी। ज़ूनोसिस या जूनोटिक रोग, बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी के कारण होने वाला एक संक्रामक रोग है जो जानवरों से मनुष्यों में फैलता है। इबोला वायरस रोग और टाईफाइड बुखार जैसी बीमारियाँ शामिल हैं।
विस्तृत जांच में पाया गया कि सार्स वायरस( SARS-CoV) का संक्रमण सीवेट कैट प्रजाति की बिल्लियों से मनुष्यों में और मर्स वायरस (MERS-CoV) का संक्रमण ऊंटों से मनुष्यों में हुआ। ध्यान देने की बात है कि कई ऐसे ज्ञात कोरोना वायरस उन जानवरों में घूम रहे हैं जिन्होंने अभी तक मनुष्यों को संक्रमित नहीं किया है।
ये भी पढ़े: ‘नसबंदी’ पर कमलनाथ के इस फरमान ने दिलाई आपातकाल की याद
कोरोना वायरस फैमिली के विषाणु के संक्रमण के सामान्य लक्षण एक जैसे होते हैं। इसमें श्वसन संबंधी लक्षण, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। अधिक गंभीर मामलों में, संक्रमण से निमोनिया, सांस लेने में गंभीर दिक्कत, किडनी फेल होना और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।
ताजा रिपोर्ट के अनुसार Covid-19 से अब तक 2500 लोगों की मौत हो चुकी है और आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। करीब तीन दर्जन देशों में फैले संक्रमण के आधार पर लंदन के एक हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन स्कूल ने एक रियलटाइम मैप तैयार किया है, जिसमें तुरंत दुनियाभर में फैल रहे कोरोनावायरस के मरीजों की स्थिति दर्ज हो रही है।
ये भी पढ़े: वारिस पठान का क्या है भाजपाई कनेक्शन ?
आस्ट्रेलिया में कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने का काम ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के वैज्ञानिक एसएस वासन के नेतृत्व वाली टीम कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार करने के करीब है। चीन, थाईलैंड में भी इस पर रिसर्च जारी है। अगर इस पर शीघ्र काबू न पाया गया तो Covid-19 पिछले तीन दशकों का सबसे खतरनाक वायरस साबित हो सकता है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं, लेख उनके निजी विचार हैं)