न्यूज़ डेस्क
एक तरफ कोरोना वायरस से अभी तक पूरी दुनिया में 71 हजार से जायदा लोग संक्रमित हो चुके हैं। तो वहीं दूसरी तरफ इस वायरस से मरने वालों की संख्या भी 1,775 पहुंच चुकी है इसमें से 1770 लोग तो केवल चीन के ही हैं। वहीं, अब चीन के सामने एक बड़ी समस्या आ चुकी हैं। वो है इस वायरस से संक्रमित हजारों करोड़ों की करेंसी को नष्ट करने की।
दरअसल ये नोट संक्रमित लोगों के हाथों से होते हुए बाजार में फैले हैं। चीन की सरकार अब इन नोटों को ठीक करने में जुटी हुई हैं। अभी तक चीन ने लाखों करोड़ों के नोट बदल दिए हैं। लेकिन अब बताया जा रहा है कि कागज के वो नोट जो अस्पतालों, बाजारों और परिवहन सेवाओं से आए हैं, उन्हें सरकार बर्बाद कर देगी।
इस बारे में चीन के सेंट्रल बैंक के अधिकारी ने बताया कि बाजार से आए कागज के सारे नोट बर्बाद कर दिए जाएंगे। बैंक के पास ये करेंसी नोट अस्पतालों, बाजारों और बसों से कलेक्ट किए गए पैसों से पहुंची है। इसके अलावा पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने भी कागजों से बने नोटों को खत्म करने का आदेश दिया है।
फिलहाल अभी इस बात की कोई जानकारी नहीं मिली है कि चीन का सेंट्रल बैंक कितनी राशि का बैंक नोट बर्बाद करेगी। यहां के डिप्टी गर्वनर ने बताया कि सेंट्रल बैंक ने 17 जनवरी से अब तक पूरे देश में 600 बिलियन युआन (करीब 6.11 लाख करोड़ रूपये) के नए नोट जारी किए हैं। इनमें से 4 बिलियन युआन (करीब 28,581 करोड़ रूपये) के नए नोट तो सिर्फ वुहान में भेजे गए हैं।
उन्होंने कहा है कि पहले से बाजार में सर्कुलेटेड कागज के नोट नष्ट करने होंगे। जबकि, जनवरी के बाद से बाजार में भेजे गए नोटों को जमा करके क्वारंटीन किया जाएगा। इसके लिए नोट की अल्ट्रवायलेट किरणों से सफाई होगी। उन्हें 14 दिनों तक क्वारंटीन में रखा जाएगा. उसके बाद बाजार भेजा जाएगा।
वहीं इस मामले में बाजार से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि चीन ने वुहान और दक्षिणी राज्यों में जो 84,321 करोड़ के कागज के नोट भेजे हैं। सरकार उन्हें नष्ट करेगी। इनमें से दक्षिणी राज्यों में 55,740 करोड़ रुपये भेजे गए थे। खास बात ये है कि सेंट्रल बैंक ने सभी लोगों से गुजारिश की है कि वे सभी पुराने कागज के नोट बैंक में जमा करा दें, जिससे उन नोटों को नष्ट या क्वारंटीन किया जा सकें।
भारत के लिए अच्छी ख़बर
भारत के लिए एक अच्छी खबर है। कोरोना वायरस से संक्रमित तीनों भारतीयों का संक्रमण खत्म हो गया है। केरल में कोरोना वायरस से संक्रमित तीसरे मरीज की स्थिति में सुधार होने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।