न्यूज डेस्क
दुनिया भर में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। चीन के वुहार से शुरू हुआ ये संक्रमण अब तक 90 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। खौफ के बीच कोरोना वायरस से निपटने की मुहिम एक जंग की तरह हो चुकी है।
अगर इससे नहीं लड़ा गया तो दुनिया के 50 प्रतिशत मतलब आधी आबादी इसकी चपेट में होगी। यह डर ब्रिटेन के एक कोरोना वायरस एक्सपर्ट रिचर्ड हैटचीट ने जताया है। रिचर्ड बोले कि उन्होंने इससे पहले इतनी डरावनी बीमारी नहीं देखी।
रिचर्ड ने कहा कि वैश्विक महामारी से लड़ना वायरस से जंग की तरह है। महामारी से निपटने के प्रयास करनेवाली एक संस्था के सीईओ रिचर्ड इसे बहुत बड़ा खतरा मानते हैं। रिचर्ड ब्रिटेन में उस दल के सदस्य हैं जो कोरोना का तोड़ ढूंढ रहे हैं।
खबरों की माने तो विश्व के 87 देशों में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर एक लाख की संख्या को पार कर चुका है। वहीं मौतों का आंकड़ा 3,385 पर पहुंच गया है। आधिकारिक सूत्रों की मदद से एएफपी द्वारा तैयार रिपोर्ट में ये तथ्य सामने आए हैं।
भारत में अभी तक कोरोना वायरस के 31 मामले सामने आ चुके हैं। वायरस से संक्रमित 31 लोगों में से 16 इटली के पर्यटक शामिल हैं। इनमें इटली का पर्यटक दंपति भी शामिल है।
बता दें इतालवी नागरिक का पति पहले से कोरोना वायरस से पीड़ित था, बाद में पत्नी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इन दोनों के संपर्क में 68 लोग आए थे जिनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। इसमें से 60 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं 8 लोगों के सैंपल्स के नतीजों का अभी भी इंतजार है।
चीन के बाद इटली और ईरान सबसे ज्यादा कोरोना से प्रभावित है। इटली में कोरोना वायरस से 197 लोगों की मौत हो गई है। इटली में इस संक्रमण के अब तक कुल 4,636 मामले सामने आ चुके हैं, जो चीन, दक्षिण कोरिया और ईरान के बाद सबसे अधिक है।
इटली सरकार की इस पर भी निगरानी है कि क्या कोरोना का फैलाव उत्तर से हुआ है, जहां संक्रमण फैलने के पहले 10 दिनों के दौरान काफी लोग संक्रमित पाए गए थे। अब इटली के 22 स्थानों पर इस संक्रमण से लोग पीड़ित हो गए हैं।
बता दें कि दुनिया भर में करीब एक लाख से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में हैं, जबकि अब तक करीब 3300 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, ब्रिटेन में भी इस संक्रमण से पहली मौत की पुष्टि हो चुकी है। अमेरिका में 14 लोगों की मौत हुई है। कोरोना से मुकाबला करने के लिए अमेरिका ने 6.3 बिलियन डालर का फंड जारी किया गया है।