जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना वैक्सीन का इंतजार पूरी दुनिया कर रही है। सब चाह रहे हैं कि जल्द से जल्द वैक्सीन आए और सबकी जिंदगी पहले जैसी हो जाए।
दुनिया के कई देशों में कोरोना वैक्सीन पर काम चल रहा है। कई जगह तो वैक्सीन ट्रायल के अंतिम चरण में हैं। वैज्ञानिकों ने उम्मीद जतायी है कि साल के अंत तक कोरोना वैक्सीन आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जायेगा।
इस सबके बीच कोरोना वैक्सीन और मोटे लोगों के लिए एक खबर है। एक शोध में खुलासा हुआ है कि कोरोना संक्रमित होने पर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आने का खतरा उन लोगों को ज़्यादा है, जो मोटापे के शिकार हैं। उन्हें यह खतरा सामान्य लोगों की तुलना में दोगुना ज़्यादा है।
ये भी पढ़े: कोरोना : कई राज्यों की वित्तीय स्थिति चरमराई
ये भी पढ़े: ममता बनर्जी ने नीट पर कांग्रेस को क्यों समर्थन दिया?
ये भी पढ़े: फेसबुक को ऐड देने में बीजेपी ने फ्लिपकार्ट को छोड़ा पीछे
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना की एक टीम ने दुनिया भर में करीब चार लाख लोगों पर किए गए 75 शोधों के डेटा का अध्ययन किया है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि मोटापे के कारण डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। अगर इम्यून सिस्टम कमजोर हो तो संक्रमित व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार पड़ सकता है।
अध्ययन में ऐसी आशंका भी जताई गई है कि मोटे लोगों पर संभावित वैक्सीन भी कम असरदार हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि फ्लू का टीका भी 30 से अधिक बीएमआई वाले लोगों पर सही से काम नहीं करता।
ये भी पढ़े: इस सनक का यारों क्या कहना !
ये भी पढ़े:NEET-JEE परीक्षा: सरकार को लिखे खुले पत्र में अखिलेश ने क्या कहा?
ये भी पढ़े: संसदीय कमेटियों को लोकसभा स्पीकर ने हड़काया, कहा-जो मामले राष्ट्रीय सुरक्षा…
मालूम हो कि दुनिया भर में अब तक कोरोना संक्रमण के 2 करोड़ 40 लाख के करीब मामले आ चुके हैं। वहीं इस संक्रमण से अब तक 821,559 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
वहीं कोरोना से सबसे बुरी तरह प्रभावित अमेरिका में कोरोना संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा एक लाख अस्सी हजार के करीब पहुंच गया है। वहीं ब्राजील में कोरोना संक्रमण से 116,580 लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत कोरोना से अधिक प्रभावित देशों शुमार है। यहां अब तक कोरोना के 33 लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं और संक्रमण से साठ हजार के करीब लोगों की मौत हो चुकी हैं।