जुबिली न्यूज डेस्क
भारत में कोरोना शहरों से निकलकर अब गांवों में पहुंच गया है। गांवों से अब वीभत्स तस्वीरें सामने आ रही है। कुल मिलाकर कोरोना से अब न तो शहर बचे हैं और न गांव।
भारत में कोरोना की स्थिति पर पूरी दुनिया की मीडिया की निगाहें बनी हुई है। भारत में कोरोना की वजह से जो हालात हो गए हैं इसके लिए विदेशी मीडिया ने मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
भारत की स्थिति पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी अपनी नजर बनाए हुए है। शुक्रवार को डब्ल्यूएचओ प्रमुख डॉ टेड्रोस एडनोम गेब्रिएसेस ने कहा कि भारत में कोरोना संक्रमण की स्थिति अब भी बेहद चिंताजनक है।
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WHO प्रमुख ने कहा कि भारत के कई राज्यों में अब भी कोरोना संक्रमण के मामले कम नहीं हो रहे हैं। भारत के कई राज्यों में अब भी अस्पतालों में मरीजों की भर्ती के लिए मारामारी की स्थिति है और मौतें भी नहीं थम रही हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर पहले साल की तुलना में ज़्यादा खतरनाक और जानलेवा है। भारत में कोरोना महामारी से लडऩे के लिए ङ्ख॥ह्र मदद कर रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत में हजारों ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, मोबाइल फील्ड हॉस्पिटल के लिए टेंट, मास्क और मेडिकल आपूर्ति भेजी जा रही है।
डॉ टेड्रोस ने कहा, ”भारत में हालात अब भी बेहद चिंताजनक हैं। कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के नए मामले बढ़ रहे हैं और मृतकों की संख्या भी बढ़ रही है।”
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने ये बाते दैनिक प्रेस कॉंफ्रेंंस में कही। उन्होंने कहा कि मैं उन सभी मुल्कों को शुक्रिया कहूंगा जो मुश्किल समय में भारत को मदद पहुंचा रहे हैं।
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मालूम हो भारत में कोरोना संक्रमण के हर दिन लाखों मामले सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को भारत में कोविड के 3,40,000 नए मामले दर्ज किए गए थे। भारत में पिछले साल 19 दिसंबर को कोरोना संक्रमण की तादाद एक करोड़ पहुंच गई थी और अगले छह महीने में चार मई को दो करोड़ हो गए।
डॉ टेड्रोस ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर आपातकालीन स्थिति केवल भारत तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने कहा, ”नेपाल, श्रीलंका, वियतनाम, थाईलैंड और मिस्र जैसे देश भी कोरोना के बढ़ते मामलों से परेशान हैं। इन मुल्कों में भी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हालात ठीक नहीं हैं। लातिन अमेरिकी देशों में कोरोना के नए मामले बढ़ रहे हैं।”
डॉ टेड्रोस ने कहा कि पिछले सप्ताह कोरोना से जितनी मौतें हुईं उनमें लातिन अमेरिकी देशों का हिस्सा 40 फीसदी है।
WHO प्रमुख ने कहा कि कुछ अफ्रीकी देशों में भी कोरोना के नए मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन देशों में WHO मदद पहुंचाता रहेगा। डॉ टेड्रोस ने कहा कि कोरोना से अब तक दुनिया भर में 33 लाख लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की आपूर्ति अब भी पूरी दुनिया के लिए बड़ी चुनौती है।