जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. कोरोना की तीसरी लहर को लेकर जो कयास लगाए जा रहे हैं उसमें प्रमुख कयास यह है कि तीसरी लहर का सबसे बड़ा हमला बच्चो पर होगा. यूपी सरकार ने युद्धस्तर पर इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. गाज़ियाबाद में बच्चो को कोरोना से बचाने के लिए डेडीकेटेड अस्पताल बनाने का काम शुरू कर दिया गया है.
रामसरन इंडो-जर्मन अस्पताल, संतोष अस्पताल और महिला अस्पताल को बच्चो के लिए डेडीकेटेड कर दिया गया है. इन अस्पतालों में आक्सीजन से लेकर वेंटीलेटर तक का इंतजाम किया जा रहा है.
जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पाण्डेय ने बताया कि बच्चो को कोरोना से बचाने के लिए पहले से की जा रही तैयारियों में हर पहलू का इंतजाम किया जा रहा है. बाल रोग विशेषज्ञों की सलाह से सारी तैयारियां चल रही हैं. उन्होंने बताया कि तैयारियां इस तरह से की जा रही हैं कि 30 हफ्ते से ज्यादा के बच्चो को कोरोना संक्रमित होने की दशा में यहं भर्ती किया जाए और उनका यहाँ इलाज किया जाए.
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उन्होंने बताया कि तैयारियां इस तरह से की जा रही हैं कि कोरोना की तीसरी लहर से अगर बच्चे संक्रमित हों तो अस्पताल और डॉक्टर पहले से ही इलाज के लिए तैयार हों और बच्चो को इलाज के लिए भटकना न पड़े.