जुबिली न्यूज़ डेस्क
कई राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। ऐसे में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अदालत ने चुनाव प्रचार पर संज्ञान लिया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने प्रदेशों में चल रहे चुनाव में प्रचार के दौरान मास्क पहनना को लेकर केंद्र और चुनाव आयोग को नोटिस भेजा है। साथ ही इस याचिका पर दोनों से जवाब मांगा है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों में इस समय विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। यहां तीन चरण में मतदान पड़ चुके हैं।इस बीच कोरोना के मामले देश में तेजी से बढ़ रहे हैं जिसको लेकर दिल्ली हाईकोर्ट बेहद सख्त है। बीते दिन हाई कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि गाड़ी में अगर अकेला व्यक्ति है, तो भी उसे मास्क पहनना अनिवार्य है।
हाई कोर्ट द्वारा ये आदेश दिए जाने के बाद चुनावी रैलियों में कोरोना नियमों की अनदेखी कर जुट रही भीड़ को लेकर सवाल पूछे जाने लगे थे। इसको लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई।इस याचिका में चुनावी रैलियों में मास्क पहनने को अनिवार्य किए जाने की मांग की गई है।
इसी याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने केंद्र और चुनाव आयोग को नोटिस भेजा है और पूछा है कि क्या रैलियों में मास्क का इस्तेमाल होगा या नहीं और इन रैलियों से कितना संक्रमण बढ़ने का खतरा है। इस पर अब चुनाव आयोग और केंद्र सरकार को अपना जवाब देना होगा।
गौरतलब है कि पिछले 24 घंटे के अंदर देश में 1 लाख 26 हजार नए कोरोना मामले सामने आए हैं। लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले को देखते हुए पाबंदियां लगाई जा रही हैं। कहीं पर नाइट कर्फ्यू तो कहीं पर संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया है।इसके साथ ही लगभग सभी राज्य सरकारों ने मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
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इसके बावजूद जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं। वहां चुनावी रैलियों में लाखों की भीड़ बिना मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाकर इकट्ठा हो रही है।खासतौर पर पश्चिम बंगाल में चुनावी रैलियों के दौरान कोरोना नियमों की जमकर अवेहलना की जा रही है।