- लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ा
- कोरोना निषिद्ध क्षेत्रों के बाहर अंतर्राज्यीय बसों की इजाजत
- आरोग्य सेतु ऐप की अनिवार्यता खत्म
- लॉकडाउन की स्थिति और स्वरूप की जिम्मेदारी राज्य सरकारें तय करेंगी
न्यूज डेस्क
देश में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से इजाफा हो रहा है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देश में हुए लॉकडाउन में सरकार ने विस्तार देने के साथ-साथ गाइडलाइन भी जारी कर दी है। अब 31 मई तक देश में तालाबंदी रहेगी।
देश में कोविड-19 के कारण बीते 24 घंटे में और 120 लोगों की मौत होने के साथ कुल मृतकों की संख्या बढ़ कर 2,872 हो गई है। इसी अवधि में संक्रमण के 4,987 नए मामले सामने आए, जो अब तक एक दिन में सर्वाधिक हैं। भारत में संक्रमण के कुल मामले 91 हजार के करीब पहुंच गए हैं।
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गुजरात में भी एक ही दिन में सामने आए 1057 नए मामले
देश में महाराष्ट्र, गुजरात में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब तक महाराष्ट्र में 30,706 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। वहां संक्रमण का पहला मामला 10 मार्च को सामने आया था। तब से लेकर लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिनमें से 7088 ठीक हो चुके हैं।
यदि देश में संक्रमण की बात करें तो दूसरे नंबर पर गुजरात है, जहां अब तक 10,988 मामले सामने आ चुके हैं। गुजरात में पहला मामला 20 मार्च को सामने आया था। तीसरे नंबर पर तमिलनाडु है जहां अब तक 10,585 मामले सामने आ चुके हैं। देश की राजधानी दिल्ली का हाल भी कुछ अच्छा नहीं है। वहां अब तक संक्रमण के करीब 9,333 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि उनमें से 3,538 मरीज ठीक हो चुके हैं।
पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र (1,606) में सामने आये हैं, जबकि तमिलनाडु (477), गुजरात (1057), दिल्ली (438), पश्चिम बंगाल (115), राजस्थान (233), मध्यप्रदेश (194) और उत्तर प्रदेश (201) मामले सामने आये हैं। वहीं दूसरी और अंडमान निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, दादरा नगर हवेली, लद्दाख, मेघालय, मिजोरम, पुडुचेरी में कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है।
पांचवे स्थान पर राजस्थान हैं जहां अब तक 4,960 मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद मध्यप्रदेश (4,789), उत्तरप्रदेश (4,258), पश्चिम बंगाल (2,576), आंध्रप्रदेश (2,355), पंजाब (1,946) और तेलंगाना (1,509) का नंबर आता है।
देश भर में 34,108 लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं। वहीं केरल ने जिस तरह से इस बीमारी को रोकने में सफलता हासिल की है वो काबिले तारीफ है। वहां अब संक्रमण के केवल 88 मामले ही सक्रिय हैं।
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देश में लॉकडाउन का यह चौथा चरण है जिसमें दो राज्यों के बीच यात्री परिवहन आपसी सहमति के बाद ही चलाने की इजाजत दी गई है। सरकार के इस कदम से पैदल अपने घर पहुंचने की जद्दोजहद कर रहे हजारों प्रवासी श्रमिकों को तत्काल राहत मिलने की संभावना है।
लॉकडाउन के इस चौथे चरण के लिए गृह मंत्रालय ने जारी नए दिशानिर्देशों के तहत 31 मई तक सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं पर प्रतिबंध रहेगा। साथ ही मेट्रो रेल सेवा बंद रहेगी और रात 7 बजे से सुबह 7 बजे तक नाइट कर्फ़्यू जारी रहेगा।
सरकार के इस कदम से पैदल अपने घर पहुंचने की जद्दोजहद कर रहे हजारों प्रवासी श्रमिकों को तत्काल राहत मिलने की संभावना है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा लॉकडाउन 4.0 के जारी नये दिशानिर्देशों में आर्थिक गतिविधि को बढ़ाने के लिए 31 मई तक और रियायतें दी गयी हैं, जिनमें मॉल को छोड़ कर बाजारों में नाई की दुकानों, सैलून और स्पा समेत अन्य दुकानों को अलग-अलग समय पर खोलने की अनुमति दी गयी है।
ई-कॉमर्स कंपनियों को भी सभी वस्तुओं की घरों तक आपूर्ति की अनुमति दे दी गयी है, जिनमें वे वस्तुएं भी शामिल हैं जो आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में नहीं आतीं।
हालांकि, गृह मंत्रालय ने कहा कि रात में कर्फ्यू जारी रहेगा, जिसका मतलब है कि शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक गैर-जरूरी यात्राएं प्रतिबंधित रहेंगी और अधिकारी इनका अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।
लॉकडाउन के नए दिशानिर्देशों में आरोग्य सेतु ऐप की अनिवार्यता खत्म
लॉकडाउन के चौथे चरण के दिशानिर्देशों में सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप से जुड़े नियम को सरल बना दिया है। सरकार ने इस ऐप को डाउनलोड करने की अनिवार्यता खत्म करके इसे वैकल्पिक कर दिया है। आरोग्य सेतु ऐप को कोरोना वायरस संक्रमण की निगरानी के लिए विकसित किया गया है।
गृह मंत्रालय के रविवार को जारी नए दिशानिर्देशों में सरकार ने ऐप के फायदों पर विशेष जोर दिया है। सरकार ने कहा कि यह ऐप कोरोना वायरस के संभावित जोखिम का पहले से पता लगाने में मदद करता है। यह व्यक्तियों और समाज के सुरक्षा कवच की तरह है।
नए दिशानिर्देशों के मुताबिक, ”कार्यालयों और कार्यस्थलों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियोक्ताओं को सभी कर्मचारियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप को डलवाना सुनिश्चित करने के प्रयास करने चाहिए।”
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