जुबिली न्यूज डेस्क
देश के कुछ राज्यों में तबाही मचा रहा कोरोना अब दूसरे राज्यों में भी पांव पसारने लगा है। अभी तक महाराष्टï्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में कोरोना की वजह से हाहाकार मचा हुआ था, लेकिन अब राजस्थान में भी कोरोना संक्रमण के हर दिन रिकॉर्ड मामले और मौतें हो रही हैं।
राजस्थान में सरकारी डॉक्टर, श्मशान घाट व एंबुलेंस कर्मचारियों समेत अन्य जानकार वर्तमान स्थितियों को सरकारी आंकड़ों से कहीं ज़्यादा भयावह बता रहे हैं।
यहां भी कोरोना मरीजों की संख्या अचानक बढऩे से मरीजों को बेड, ऑक्सीजन और दवाइयों की समस्या हो रही है। पूरे राज्य से चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में कोरोना मरीजों की मौत की खबरों का आना बदस्तूर जारी है।
डॉक्टर्स की मानें तो शहरों से अधिक ग्रामीण इलाकों की स्थिति चिंताजनक हैं। राज्य के 429 अस्पतालों में कोविड का इलाज चल रहा है, लेकिन यह अस्पताल भी कम पड़ गए हैं।
जयपुर समेत अन्य जगह अस्थाई कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं। वहीं सरकारें आपस में आरोप-प्रत्यारोप कर रही हैं और लोग सुविधाओं के लिए भटक रहे हैं।
राजस्थान में अब तक 84 लाख 11 हजार 797 सैंपल में से 5 लाख 46 हजार 964 पॉज़िटिव पाए गए। वर्तमान में 1 लाख 55 हजार 182 एक्टिव केस हैं और 3806 मौत हुई हैं।
राज्य में 24 घंटे में सर्वाधिक मामले 27 अप्रैल को संक्रमण के मामले आए जब 16 हजार 089 केस सामने आए और 121 मौत हुई।
कोरोना के सर्वाधिक मामले जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और कोटा में मिल रहे हैं। सरकार का कहना है राज्य में प्रतिदिन 6500 ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत थी, जो बढ़कर अब 31 हजार 425 सिलेंडर हो गई है।
राजस्थान में में कोरोना इलाज के 429 चिकित्सालयों में से 282 कोविड केयर सेंटर, 87 डेडीकेटेड कोविड अस्पताल औऱ 225 निजी चिकित्सालयों को कोविड इलाज के लिए अधिकृत किया गया है। लेकिन, मरीजों की बढ़ रही संख्या के लिए यह सुविधाएं कम नजऱ आ रही हैं।