जुबिली न्यूज डेस्क
पिछले डेढ़ माह से देश में कोरोना तांडव मचाए हुए है। अब तक न तो संक्रमण के आंकड़ों पर विराम लगता नजर आ रहा है और न ही मौतों के आंकड़ों पर।
जानकारों का मानना है कि जब तक भारत में कोरोना का टीकाकरण अभियान तेज नहीं होगा इस महामारी पर नियंत्रण नहीं हो सकेगा।
एक ओर भारत में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है तो वहीं देश में वैक्सीन की भी किल्लत बनी हुई है। वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि जुलाई माह के बाद से वैक्सीन भारी संख्या में देश में उपलब्ध होगा।
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लेकिन सरकार इस महामारी से निपटने के लिए दूसरे विकल्प भी तलाश रही है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बाद अब एक और वैक्सीन स्पूतनिक-V भी अगले सप्ताह से मार्केट में उपलब्ध होगी।
भारत में रूसी राजदूत एन कुदाशेव ने कहा कि स्पुतनिक वी रूसी-भारतीय टीका है। हम उम्मीद करते हैं कि भारत में इसका उत्पादन धीरे-धीरे बढ़ाकर 85 करोड़ खुराक प्रति वर्ष तक किया जाएगा। भारत में जल्द ही स्पुतनिक की सिंगल-डोज वैक्सीन पेश करने की योजना है।
#WATCH | N Kudashev, Russian Ambassador to India to ANI says, “Sputnik V is Russian-Indian vaccine. We expect that its production in India will be gradually increased up to 850 million doses per year… There are plans to introduce single-dose vaccine soon in India-Sputnik Lite.” pic.twitter.com/IW5Kb8LrE0
— ANI (@ANI) May 16, 2021
रूसी राजदूत ने कहा कि स्पुतनिक वी की प्रभावशीलता दुनिया में अच्छी तरह से जानी जाती है। रूस में 2020 की दूसरी छमाही से शुरू होने वाले लोगों के टीकाकरण में इसका सफलतापूर्वक उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रूसी विशेषज्ञों ने घोषणा की है कि यह वैक्सीन नए कोविड-19 वैरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी है।
रूसी टीके पर खड़े हुए थे सवाल
पिछले साल अगस्त में जब रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने स्पुतनिक कोरोना वैक्सीन का ऐलान किया था तो इसकी क्षमता पर सवाल खड़े किए गए थे, लेकिन इस साल फरवरी में वैक्सीन के ट्रायल के डेटा को द लांसेट में पब्लिश किया गया तो इसमें इस वैक्सीन को सेफ और इफेक्टिव बताया गया।
दरअसल कोविड-19 के रूसी टीके ‘स्पूतनिक-वी के तीसरे चरण के परीक्षण में यह 91.6 प्रतिशत प्रभावी साबित हुई है और कोई दुष्प्रभाव भी नजर नहीं आया।
‘द लांसेट’ जर्नल में प्रकाशित आंकड़ों के अंतरिम विश्लेषण में यह दावा किया गया है। अध्ययन के ये नतीजे करीब 20,000 प्रतिभागियों से एकत्र किए गए आंकड़ों के विश्लेषण पर आधारित हैं।
भारत में आपात उपयोग की मंजूरी
कोरोना की दूसरी लहर के बीच अप्रैल में भारत में रूसी कोरोना टीके ‘स्पूतनिक वी’ के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई। भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति ने देश में कुछ शर्तों के साथ रूसी कोरोना टीके ‘स्पूतनिक वी’ के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने की सिफारिश की थी, जिस पर भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने अपनी मुहर लगाई। गमालया इंस्टीट्यूट ने दावा किया की कि स्पुतनिक-वी कोरोना के खिलाफ अब तक विकसित सभी टीकों में सबसे अधिक प्रभावी है।
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