जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. दुर्गा पूजा में उमड़ी भीड़ का असर अब कोरोना के बढ़ते मामलों के रूप में नज़र आने लगा है. पश्चिम बंगाल में कोरोना का सबसे कम असर था. विधानसभा चुनाव में हुई ताबड़तोड़ रैलियों के बाद पश्चिम बंगाल में कोरोना बम बनकर फूटा था. धीरे-धीरे कोरोना का असर कम हुआ तो दुर्गा पूजा का समय आ गया. पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा ही सबसे बड़ा त्यौहार है. सड़कों पर उमड़ी भारी भीड़ ने एक बार फिर कोरोना के मामलों को बढ़ा दिया. कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रभावित इलाकों में लॉकडाउन लगा दिया है.
कोरोना के प्रसार की गति की बात करें तो मंगलवार को पश्चिम बंगाल में 806 नये मामले आये और 15 लोगों की मौत हुई. सोमवार को 805 मामले दर्ज किये गए थे. रविवार को 989 और शनिवार को 974 मामले दर्ज किये गए थे. पश्चिम बंगाल में अब तक 15 लाख 88 हज़ार लोगो कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और 19 हज़ार 81 लोगों की मौत हो चुकी है.
ममता बनर्जी सरकार ने कोरोना के बेहिसाब बढ़ते मामलों के मद्देनज़र दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर में तीन दिनों का लॉकडाउन लगा दिया है. सोनारपुर में 19 कन्टेनमेंट ज़ोन बनाए गए हैं. इन्डियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च ने सरकार को भेजे पत्र में कहा है कि दुर्गा पूजा के बाद पश्चिम बंगाल में कोरोना के मामलों में 25 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है.
पश्चिम बंगाल में 22 सितम्बर से 22 अक्टूबर के बीच 20 हज़ार 936 लोग कोरोना से संक्रमित हुए. जिनमे से 343 लोगों की मौत हो गई.
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