जुबिली स्पेशल डेस्क
विश्व में कोरोना वायरस तबायी मचा रहा है। चीन से निकला कोरोना पहले यूरोपीय देशों के लिए बड़ा खतरा बना। इसके बाद अमेरिका में कोरोना काल बनकर सामने आया है और अब वहां पर कोरोना कहर बरपा रहा है।
इसके आलावा कोरोना ने भारत में भी अपना तांडव मचाया है। भारत में पहले से ज्यादा अब कोरोना खतरनाक हो गया है। भारत में 2,66,598 लोग कोरोना की चपेट में है जबकि 7,466 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
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कोरोना कैसे पूरी दुनिया में फैला इसको लेकर बहस भी तेज हो गई है। कोरोना के पीछे चीन का हाथ बताया जाता है। कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका ने चीन पर हमला बोला है। माना जा रहा है कि चीन ने इस वायरस को दुनिया से छुपाया था और इसकी खबर देने में काफी देरी की है।
इस वजह से पूरी दुनिया के चीन के खिलाफ नजर आ रही है। हालांकि चीन से सभी आरोपा से अपना पल्ला झाड़ा है। इसके साथ ही चीन ने रविवार को एक श्वेत पत्र जारी कर अपने आपको निर्दोष बता डाला।
हालांकि भारत में भी यही सवाल हर कोई उठा रहा है कि कोरोना आखिर भारत में कैसे फैला। ऐसे में लोगों का मानना है कि चीन भारत का पड़ोसी देश है। इस वजह से कोरोना ने यहां पर अपनी जड़े मजबूत की है लेकिन अब कहा जा रहा है जानलेवा वायरस चीन से नहीं बल्कि किसी और देश से भारत में आया है।
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इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस ने एक शोध में इस बात की ओर इशारा किया है और कहा है कि यह वायरस चीन से नहीं बल्कि अन्य देशों से भारत में आया है। शोधकर्ताओं ने पाया है कि वायरस भारत में यूरोपीय संघ के देशों, खाड़ी देशों, दक्षिण एशियाई देशों और ओशनिया देशों (ऑस्ट्रेलिया और उसके आसपास का क्षेत्र) से आया है।
इस शोध में आईआईएससी के माइक्रोलॉजी एवं सेल बायोलॉजी विभाग के शोधकर्ताओं प्रोफेसर कुमारावल सोमसुंदरम, मेनक मंडल, अंकिता लवार्दे लोग शामिल थे। जीनोमिक्स पर आधारित उनका शोध करंट साइंस में प्रकाशित हुआ है।
शोधकर्ताओं ने भारत में SARS-CoV-2 के 137 में से 129 नमूनों की जांच की तब इस नतीजे पर पहुंचे हैं और पाया है कि यह वायरस चीन से नहीं बल्कि कोरोना वायरस के नमूने ओशनिया, कुवैत और दक्षिण एशियाई देशों के नमूनों के साथ मेल खाते हैं।
शोध में साफ कहा जा रहा है कि यूरोप, खाड़ी देशों, दक्षिण एशियाई देशों और ओशनिया क्षेत्र से आया है। हालांकि भारत ने कोरोना को रोकने के लिए कई कड़े कदम उठाये हैं।
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लॉकडाउन काफी समय से लगा रहा है। हालांकि सरकार के इन सख्त कदमों के बावजूद कोरोना कम होने के नाम नहीं ले रहा है और हर दिन 10 से 12 हजार लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। इतना ही नहीं अभी तक इसकी कोई दवा भी नहीं बनी है।