जुबिली न्यूज डेस्क
वेब सीरीज आश्रम चैप्टर-2 में कुछ सीन को लेकर शुरू हुआ विवाद बढ़ता जा रहा है। आश्रम के डायेरक्टर प्रकाश झा खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया तो वहीं ट्वीटर पर #शर्म_करो_प्रकाश_झा ट्रेंड हो रहा है।
ट्वीटर यूजर्स लगातार डायेरक्टर प्रकाश झा पर सनातन धर्म से जुड़ी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले सीन फिल्माये जाने का आरोप लगा रहे हैं और कड़ी आलोचना कर रहे हैं।
आश्रम वेबसिरिज हिन्दू विरोधी है। भगवान एवं साधु-संतों का मज़ाक बनाना और अपमानित करना, भारतवासियों को अंग्रेज की औलाद बनाना ये सब प्रकाश झा जैसे विधर्मियों का कारनामा है।We Support Karni Sena#शर्म_करो_प्रकाश_झा https://t.co/D30ee4xWJP pic.twitter.com/NlwphWWJNX
— Bhanu Sahu (@BhanuSa71850066) November 18, 2020
एक यूजर भानू शाही ने ट्वीट कर कहा कि आश्रम वेबसिरिज हिन्दू विरोधी है। भगवान एवं साधु-संतों का मज़ाक बनाना और अपमानित करना, भारतवासियों को अंग्रेज की औलाद बनाना ये सब प्रकाश झा जैसे विधर्मियों का कारनामा है।
चंद पैसों की लालच में आकर हिन्दू होकर भी हिन्दू धर्म गुरुओं की बदनामी करना ,संतों की छबि धूमिल करना ठीक नहीं इसीलिए हिन्दू विरोधी फिल्मों का पूर्ण बहिष्कार होना चाहिए ! #शर्म_करो_प्रकाश_झा
We Support Karni Sena https://t.co/5v9n2nR7n7 pic.twitter.com/NAk5t2pfWU— Laxmi Bisht (@LaxmiBi12723318) November 18, 2020
वहीं एक दूसरी यूजर लक्ष्मी बिष्ट ने भी ट्वीट कर कहा कि चंद पैसों की लालच में आकर हिन्दू होकर भी हिन्दू धर्म गुरुओं की बदनामी करना, संतों की छबि धूमिल करना ठीक नहीं इसीलिए हिन्दू विरोधी फिल्मों का पूर्ण बहिष्कार होना चाहिए !
इससे पहले जौनपुर में दीवानी न्यायालय के एक अधिवक्ता ने अभिनेता बाबी देओल और डायरेक्टर प्रकाश झा के खिलाफ स्थानीय कोर्ट में मुकदमा दायर किया है। उन्होंने प्रार्थना पत्र में कहा कि वह सनातन धर्म में गहरी आस्था रखते हैं। बचपन से ही आश्रम एवं पवित्र हिन्दू ग्रंथों के बारे में जानते व सुनते आए हैं।
आश्रम ऋषि मुनियों के रहने का पवित्र स्थान बताया जाता है। सुसंगठित आश्रम संस्था भारतवर्ष की अपनी विशेषता रही है। आश्रम चैप्टर -2 में आश्रम में आस्था के नाम पर भोले भाले लोगों को फंसाया जाना, आस्था, अपराध और राजनीति का गठबंधन, आश्रमों में व्यभिचार और नशे का व्यापार आदि कैसे चलता है। इस संबंध में ट्रेलर रिलीज हो रहा है।
कथित रूप से इसमें आश्रम का डार्कसाइड दिखाया गया है। काशीपुर वाले बाबा निराला का किरदार अभिनेता बाबी देओल ने निभाया है। आश्रम की कहानी ड्रग्स, रेप, नरसंहार और राजनीति के ईद-गिर्द घूमती है। सीरीज में ढोंगी, भोगी, अपराधी को सनातन धर्म का बाबा दिखाकर सनातन धर्म को बदनाम किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि धार्मिक भावनाओं को भड़काने के लिए सिरीज का नाम आश्रम रखा गया है। न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय की कोर्ट में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराने की मांग की गई है। इसके पहले भी जिलाधिकारी को एक हिन्दू संगठन ने प्रार्थना-पत्र देकर मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है।
आश्रम वेब सीरीज विवाद में करणी सेना भी कूद पड़ी है। करणी सेना का कहना है कि प्रकाश झा द्वारा बनाई गई वेब सीरीज के जरिए हिंदुओं की छवि खराब करने का प्रयास किया गया है इसलिए करणी सेना द्वारा प्रकाश झा पर FIR दर्ज की गई है।