जुबली न्यूज़ डेस्क
बॉलीवुड इन दिनों दो मुद्दों को लेकर चर्चा में हैं पहला तो सुशांत राजपूत की आत्महत्या का मुद्दा है और दूसरा मुद्दा है फिल्मी हस्तियों का बिजली बिल। पिछले कई दिनों से लगातार कई ऐसे मामले सामने आये हैं जब अप्रत्याशित बिजली बिल को लेकर सवाल उठाए गए हैं।
अब एक और ऐसा ही मामला सामने आया है, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक्टर अरशद वारसी ने भी अपने बिजली बिल को लेकर ट्विटर पर गुस्सा निकाला है। हालांकि ये ट्वीट अब डिलीट कर दिए गए हैं।
दरअसल अरशद वारसी ने भी अडानी एलिक्ट्रिसिटी मुंबई की ओर से दिए गए एक लाख रुपये के बिजली के बिल के बारे में ट्वीट किया था। इस पर अडानी एलिक्ट्रिसिटी मुंबई ने जवाब देते हुए एक्टर से कहा कि उनकी शिकायत पर जवाब दिया जाएगा लेकिन वे पर्सनल कमेंट ना करें। अरशद ने अडानी को हाईवे रॉबर बताया था।
अरशद वारसी ने ट्वीट में अडानी को हाईवे रॉबर कहा था। उन्होंने अपना बिजली का बिल दिखाते हुए लिखा था- ‘ये मेरा बिजली का बिल है जो कि अडानी नाम के हाईवे रॉबर्स से मिला है और जो हमारे खर्च पर खूब हंस रहे हैं। UPDATE: 1, 03, 564।000, 5 जुलाई को मेरे अकाउंट से इतना बिजली बिल कटा है’।
अरशद के ट्वीट के बाद अडानी एलिक्ट्रिसिटी ने जवाब में लिखा था- ‘बिलिंग इशू को लेकर हम आपकी परेशानी समझ सकते हैं और हम यहां आपकी मदद के लिए हैं, पर हमें निजी तौर पर यूं डिफेम करना अच्छा नहीं लगा और आपको सलाह देते हैं कि इस आदत पर ध्यान दें।’ आगे एक और ट्वीट कर उन्होंने लिखा- ‘हम बिजली की खपत को समझने में आपकी मदद करेंगे और आपसे ट्वीट डिलीट करने की मांग करते हैं। आपसे अपना अकाउंट नंबर साझा करने का अनुरोध करते हैं।’
गौरतलब है कि बिजली के बिल को लेकर कई बॉलीवुड सेलेब्स ने ट्वीट किया था। तापसी पन्नू, पुलकित सम्राट, रेणुका सहाणे और सौम्या टंडन समेत कई बॉलीवुड के सितारों ने बढ़े हुए बिजली बिल को लेकर नाराजगी जताई थी।
इसके बाद अडानी एलिक्ट्रिसिटी मुंबई ने सार्वजनिक तौर पर प्रेस रिलीज जारी करते हुए बढ़े हुए बिजली बिल के बारे में बताया था। उन्होंने लोगों के लिए आसान ईएमआई का तरीका भी बताया था, जिसके जरिए वे अपना बिल चुका सकते हैं। 25 हेल्पडेस्क और शहर भर में 8 कस्टमर केयर सेंटर इस वक्त काम कर रहे हैं।
कंपनी ने बताया कि कैसे तीन महीने तक मीटर रीडिंग नहीं ली गई और अब सभी को औसत बिल भेजा गया है। उन्होंने ये भी कहा कि लॉकडाउन के दौरान लगभग सभी लोग अपने घरों में थे जिस कारण बिजली की खपत भी ज्यादा हुई।
अब सवाल ये उठता है कि जिस तरह रेलवे से लेकर बिजली तक सभी क्षेत्रों में निजीकरण बढ़ रहा है उसके बाद अगर ये बड़ी कंपनियां आम लोगों को भी इसी तरह बिजली बिल भेजने लगी तो क्या होगा ? जाहिर सी बात है आम आदमी के पास न तो इतना रुपया है कि वो भारी भरकम बिजली के बिल को चुका पाए और न ही उनके ट्वीट पर कोई एक्शन होने की उम्मीद तो फिर जो किसान अभी बैंक के कर्ज से आत्महत्या करने को मजबूर हो जाता है वो का कहीं बिजली के कर्ज में न डूब जाए ?
यह भी पढ़ें : DIG जेल संजीव त्रिपाठी PGI में एडमिट
यह भी पढ़ें : सियासी गलियारे की गुरु पूर्णिमा
यह भी पढ़ें : कानपुर कांड : संघ परिवार से क्या है विकास दुबे का रिश्ता