जुबिली न्यूज डेस्क
बलिया: समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य हमेशा अपने विवादित बयान के लिए चर्चा में रहते है। धार्मिक आस्था के बाद अब देश के एकता-अखंडता से जुड़ी विवादित टिप्पणी में कूद पड़े हैं। उन्होंने अपने बयान के जरिए जिन्ना का समर्थन करते देखा गया।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हिंदू महासभा के दबाव में हिंदुस्तान पाकिस्तान का बंटवारा हुआ था। साथ ही कहा कि जिन्ना भारत-पाकिस्तान बंटवारे के लिए जिम्मेदार नहीं थे। रविवार को जिले के रसड़ा में स्वामी प्रसाद मौर्य बौद्ध सम्मेलन में पहुंचे थे, जहां उन्होंने ये बयान दिए।
देश के तीन राज्यों में बीजेपी की बहुमत पर मंच से कहा कि कुछ लोग बोलते हैं मोदी जीत रहे हैं। मैं कहता हूं मोदी नहीं जीत रहे हैं ,ये ईवीएम का तिगड़म जीत रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 का चुनाव हुआ, 403 विधानसभाओं में 309 सीटों पर बैलेट पेपर वोटिंग में समाजवादी आगे थी। बीजेपी मात्र 94 सीटों में आगे रही। इसका मतलब है कि ईवीएम में खेल है।
ईवीएम के तिगड़म की जीत
इतना ही नहीं हाल ही में तीन राज्यों के चुनाव परिणाम पर भी स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी को घेरा और कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में बैलेट वोटिंग में दो तिहाई से ज्यादा में कांग्रेस आगे थी। बीजेी ईवीएम की गिनती में आगे हो गई। ये ईवीएम के तिगड़म की जीत है, मोदी की करिश्मा की जीत नहीं है।
मौर्य ने कहा- जिन्ना नहीं थे जिम्मेदार
मौर्य ने जिन्ना की वकालत करते हुए कहा कि हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बंटवारे के जिम्मेदार जिन्ना नहीं थे। हिंदू महासभा ने दबाव बनाया तो मजबूरी में बंटवारा करना पड़ा, जिससे जिन्ना पाकिस्तान जाना पड़ा। हिंदू राष्ट्र के पक्षधर आप हैं? इस सवाल पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि देखिए भारत एक समप्रभु राष्ट्र है।
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समप्रभु राष्ट्र के लिए हमारे देश के हजारों लाखों लोगों ने बलिदान दिया। त्याग किया, जेल की यातनाएं सही। लंबे अरसे तक संघर्ष किया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व के आंदोलन चला तब जाकर ये अवसर आया है। इसको सशक्त बनाने की जरूरत है न कि खंडित करने की।