जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन पूरी तरह से एक्टिव हो गया है और मजबूती से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है। इसको लेकर महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक आयोजित हुई, जिसमें तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया।
बैठक में सभी घटक दलों ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व को एकमत से स्वीकार कर लिया और उनके चेहरे पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक विजय शंकर दुबे ने भी तेजस्वी यादव को महागठबंधन का नेता करार दिया। ऐसे में तेजस्वी यादव पूरी तैयारी के साथ चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं।
तेजस्वी ने विधायकों को दिए अहम निर्देश
जानकारी के मुताबिक, तेजस्वी यादव ने विधायकों को अनुशासन में रहने और गैरजरूरी बयानबाजी से बचने की सलाह दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी को एकजुट होकर एनडीए का मुकाबला करना होगा और अपने-अपने क्षेत्रों में जनता के बीच अधिक समय बिताना होगा ताकि चुनाव में जीत सुनिश्चित की जा सके।
नीतीश कुमार को सीएम बनने से रोकने की रणनीति
तेजस्वी यादव ने कहा कि इस बार टिकट वितरण में हर पहलू पर विचार किया जाएगा और सटीक रणनीति बनाकर उम्मीदवारों का चयन होगा। महागठबंधन इस चुनाव में नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए पूरी ताकत झोंक देगा और नई सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाएगा।
बता दे कि लालू यादव के नेतृत्व में और नीतीश कुमार की देखरेख में तेजस्वी यादव को राजनीति का ककहरा सीखने का मौका मिला, और अब वे पूरी तरह से एक परिपक्व राजनेता के तौर पर देखे जा रहे हैं। अभी कुछ दिन पहले सी वोटर का सर्वे सामने आया है। उस सर्वे में एक बात तो साफ हो गई है कि लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव अब नीतीश कुमार के लिए बड़ी चुनौती बन गए है। सर्वे में सीएम के लिए 41 प्रतिशत लोगों की पसंद तेजस्वी बताए गए हैं जबकि अब केवल 18 फीसदी लोग ही नीतीश को फिर से सीएम बनते देखना चाहते हैं।